आगरा: डिप्टी सीएम व आगरा मंडल प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य के दो दिवसीय आगरा दौरे से अधिकारियों में खलबली मच गई. डिप्टी सीएम का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम में बनाए गए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण प्रस्तावित है. लेकिन, स्मार्ट सिटी के तहत आगरा के चौराहों, तिराहों और बाजारों में लगाए गए अधिकतर सीसीटीवी खराब हैं. इससे शहर की निगरानी का दावा फेल साबित हो रहा है. इसके चलते डिप्टी सीएम के दौरे से एक दिन पहले स्मार्ट सिटी के सीईओ हरकत में आ गए और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. पर 7.60 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने डिप्टी सीएम की फटकार और किरकिरी होने बचने के लिए जुर्माने की यह कार्रवाई की है.
बता दें कि आगरा स्मार्ट सिटी के तहत 283 करोड़ रुपये की लागत से नगर निगम परिसर में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया गया है. इसके तहत शहर की निगरानी और बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए चौराहों, तिराहों, सड़कों और बाजारों में 1160 सीसीटीवी लगाए गए हैं. लेकिन, शहर के अधिकतर सीसीटीवी खराब हैं. इसकी पोल कई बार खुल भी चुकी है. फिर भी अधिकारी हमेशा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम करने वाली फर्म भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. पर मेहरबान रहे.
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अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के निरीक्षण को लेकर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई हैं. बुधवार को आनन-फानन स्मार्ट सिटी के सीईओ व नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड पर 7 करोड़ 60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. यह अब तक की स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों में सबसे बड़ी जुर्माने की कार्रवाई है.
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