आगरा: नए साल की स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की पहली रैंकिंग में आगरा देश में चौथे नंबर पर आया है. दिसंबर-2020 की रैंकिंग में आगरा देश में तीसरे पायदान पर था. हाल में जारी स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में अहमदाबाद स्मार्ट सिटी ने 0.83 अंक से आगरा को पीछे छोड़ दिया है. अब देश में पहले पायदान पर सूरत स्मार्ट सिटी है. देशभर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की शुरुआत 4 जनवरी से हुई है. स्मार्ट सिटी की रैंकिंग गिरना आगरा के अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
बता दें कि जनवरी-2021 में आगरा स्मार्ट सिटी के 10 कार्यों का लोकार्पण सीएम योगी आदित्यनाथ को करना है. हाल ही में आई स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में आगरा पिछड़ गया है. इससे तमाम सवाल उठ रहे हैं. दिसंबर में देश भर की स्मार्ट सिटी में आगरा तीसरे पायदान पर था. नए साल में जारी की गई पहली रैंकिंग में आगरा स्मार्ट सिटी चौथे पायदान पर आ गई है.
स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से शहर की निगरानी
आगरा में स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम परिसर में 282 करोड़ रुपये से कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया गया है. यहां से पूरे शहर की निगरानी की जाती है. इसके साथ ही ताजगंज की जनता को 24 घंटे पेयजल आपूर्ति के लिए 142 करोड़ की योजना चल रही है. इसके तहत अभी पाइप लाइन बिछाई जा रही है. साथ ही आगरा में सीवर नेटवर्क के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
फतेहाबाद रोड को बनाया जा रहा स्मार्ट
आगरा स्मार्ट सिटी में वीआईपी क्षेत्र फतेहाबाद रोड को स्मार्ट रोड बनाने का काम चल रहा है. इसका बजट 105 करोड रुपये है. ताजमहल के आसपास के स्मारकों को जोड़ने के लिए 3.46 करोड़ रुपये से हेरिटेज वॉक भी तैयार किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आगरा के साथ चौराहों का सौंदर्यीकरण करीब 7 करोड़ रुपये से किया जा है. सड़कों के निर्माण के लिए 3 योजनाएं बनाई गई हैं.
टॉप फाइव स्मार्ट सिटी की रैंकिंग
स्मार्ट सिटी | रैंकिंग |
सूरत | 1st |
अहमदाबाद | 2nd |
भोपाल | 3rd |
आगरा | 4th |
इंदौर | 5th |
आगरा में 31 दिसंबर को इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को स्मार्ट सिटी ने 'गोलाइव' किया है. इसकी 3 महीने तक टेस्टिंग होगी. स्मार्ट सिटी के तहत पीपीपी मॉडल पर स्मार्ट हेल्थ सेंटर का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है.