आगराः कोरोना संक्रमण से जिले की पर्यटन इण्डस्ट्रीज बेपटरी हो गई है. लॉकडाउन के बाद मोहब्बत की निशानी ताजमहल और आगरा किला सहित अन्य स्मारक 'अनलॉक' हो गए. कोविड-19 के प्रोटोकॉल और टूरिस्ट कैपिंग सिस्टम से ऑनलाइन टिकट बुक करा कर टूरिस्ट ताजमहल सहित अन्य स्मारक का भ्रमण कर रहे हैं. मगर, कैपिंग सिस्टम अब पर्यटन इंडस्ट्रीज पर भारी पड़ रहा है. हर दिन सैकड़ों पर्यटक ताजमहल का दीदार किए बिना मायूस लौट रहे हैं. पर्यटकों की मायूसी से पर्यटन इंडस्ट्रीज को पटरी पर लाना मुश्किल है.
आगरा नगर निगम कार्यकारिणी कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में मेयर नवीन जैन ने पर्यटन इंडस्ट्रीज को लेकर तमाम जानकारी दी. मेयर नवीन जैन का कहना है कि, ताजमहल सहित अन्य स्मारकों पर लागू किया गया कैपिंग सिस्टम अब टूरिस्टों को परेशानी दे रहा है. कैपिंग सिस्टम की वजह से पर्यटन इंडस्ट्री से जुड़े लाखों लोग अभी भी बेरोजगार हैं. हर दिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक बिना ताज का दीदार किए लौट रहे हैं. यह आगरा की पर्यटन इंडस्ट्रीज के लिए अच्छा नहीं है.
ताजमहल पर पाबंदी लगाना गलत
मेयर नवीन जैन का कहना है कि, पहले ही मार्च में कोरोना संक्रमण के चलते ताजमहल सहित देश के स्मारक बंद कर दिए गए थे. पर्यटन इंडस्ट्रीज बेपटरी हो गई है. ऐसे में यदि ताजमहल नहीं देखे टूरिस्ट लौट रहे हैं. इससे गलत संदेश जा रहा है. मेयर नवीन जैन का कहना है कि, जब अब सब अनलॉक हो गया है तो ऐसे में ताजमहल पर पाबंदी लगाना गलत है.
कैपिंग सिस्टम खत्म किया जाए
मेयर नवीन जैन का कहना कि, पीएम नरेंद्र मोदी और सांस्कृतिक मंत्री को पत्र लिखा गया है. जिसमें मांग की गई है कि, ताजमहल पर लगाई गई पर्यटकों की संख्या की पाबंदी को हटा दिया जाए. इसे अनलिमिटेड कर दिया जाए. इससे जहां आने वाला हर पर्यटक ताजमहल का दीदार सकेगा. एक भी पर्यटक मायूस होकर यहां से नहीं जाएंगे. आगरा में पर्यटन इंडस्ट्रीज से करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलता है.
आगरा मेयर नवीन जैन जनहित कोरोना संक्रमण के बढ़ने पर मार्च में प्रधानमंत्री से ही खुद मांग की थी कि ताजमहल सहित अन्य तमाम पर्यटन स्मारकों को बंद कर दिया जाए और उसके बाद ही देशभर के स्मारकों को बंद कर दिया गया था.