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एके-47 से खौफजदा हैं यूपी के किसान, जानें क्या है पूरा मामला

बाजारों में बिक रहे नकली कीटनाशक किसानों की फसलों को कीटों से बचाने में कारगर नहीं साबित हो रहे हैं. नकली कीटनाशक के छिड़काव से कीड़े मर नहीं रहे हैं. इससे फसलों की पैदावर कम हो रही है. किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. कई किसानों ने डीएम से बाजार में नकली किटनाशक बिक्री होने की शिकायत की है.

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किसान एके-47 के खौफ में
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Published : Nov 4, 2022, 8:34 AM IST

आगरा: ताजनगरी के किसान एके-47 से दहशत में हैं. परेशान किसान आए दिन अधिकारियों के साथ ही अब सीएम से गुहार लगा रहे हैं. किसानों की मांग है कि, एके-47 और तस्कर उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रहे हैं. पहले तो जेब खाली हो रही है. इसके साथ ही फसलें भी बर्बाद होने से पैदावार भी कम हो रही है, जिससे किसान कर्जदार बन रहा है. यह एके-47 और तस्कर बाजार में बिक रहे नकली कीटनाशक हैं. जो शहर और कस्बा के बाजारों में धडल्ले से बिक रहे हैं. इससे छिड़काव करने से कीड़े गिड़ार मर नहीं रही है. किसानों की जेब ढीली हो रही हैं और फसल भी गिड़ार बर्बाद कर रही है. इससे पैदावार पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.

पीड़ित किसानों ने दी जानकारी
किसान राहुल ने बताया कि, एक कीटनाशक का नाम तस्कर है. जो फसल में लगी गिड़ार मारता है. इसका पांच एमएल प्रति टंकी के हिसाब से फसलों पर छिड़काव किया जाता है. मैं लगातार कई बार फसल में तस्कर का छिड़काव कर चुका हूं. लेकिन, उसमें लगी गिड़ार नहीं मरी. इससे पैदावार भी कम हुई है. किरावली के किसान घनश्याम सिंह ने बताया कि, फसल में नकली दवा एके-47 से गिड़ार मर नहीं रही है और न ही इससे अच्छी पैदावार हो रही है. यह बड़ा गिरोह है. इस बारे में डीएम आगरा से शिकायत की है. डीएम आगरा नवनीत सिंह चहल ने बताया कि, कुछ किसान भाईयों ने नकली कीटनाशक, नकली खाद और नकली बीज की शिकायत की है. इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारी और एसडीएम लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई कर रहे हैं. अब तक 12 से ज्यादा खाद, बीज और कीटनाशक दवाएं बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करके लाइसेंस निरस्त किए हैं. इस बारे में अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ताकि, किसानों की समस्या का समाधान हो. वे ठगे नहीं जाएं.

इसे भी पढ़े-औरैया में DIOS पर बिना सदस्यों को सूचना दिए प्रबंध समिति का चुनाव कराने का लगा आरोप

नकली कीटनाशक से बागवानी में भी नुकसान: पिछले महीने राजधानी लखनऊ क्षेत्र में नकली कीटनाशक का खुलासा हुआ था. नकली कीटनाशक आम फसल ही नहीं, बागवानी के लिए भी बेहद हानिकारक होती हैं. क्योंकि, कीटनाशक खरीदने से किसान की जेब पर भार पर पड़ता है. जब कीटनाशक नकली होता है. तो उसका असर भी कम होता है. इसके साथ ही फसल को हानि पहुंचाने वाले कीड़े और परजीवी भी नहीं मरते हैं. जिससे फल दागदार या सड़ जाते हैं. इससे किसान को नुकसान होता है.

यहां करें शिकायत: नकली खाद, बीज और नकली कीटनाशक के लिए किसान भाई हर जिले में जिला अधिकारी या जिला कृषि अधिकारी से सीधे शिकायत कर सकते हैं. दोनों अधिकारी से मिल कर शिकायत करें या सबूतों के साथ मोबाइल पर भी अपनी शिकायत कर सकते हैं. विकास भवन में बनाए गए कंट्रोल रूम के नंबर 7302640291 पर भी किसान भाई शिकायत कर सकते हैं. साथ ही डीएम और जिला कृषि अधिकारी यदि किसान भाईयों की शिकायत पर सुनवाई नहीं करते हैं तो कमिश्नर के साथ ही सीएम पोर्टल पर किसान शिकायत कर सकते हैं.

यह भी पढ़े-गन्ना किसानों का चीनी मिल पर 35 करोड़ बकाया, पेमेंट न होने पर आत्महत्या की दी चेतावनी

आगरा: ताजनगरी के किसान एके-47 से दहशत में हैं. परेशान किसान आए दिन अधिकारियों के साथ ही अब सीएम से गुहार लगा रहे हैं. किसानों की मांग है कि, एके-47 और तस्कर उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रहे हैं. पहले तो जेब खाली हो रही है. इसके साथ ही फसलें भी बर्बाद होने से पैदावार भी कम हो रही है, जिससे किसान कर्जदार बन रहा है. यह एके-47 और तस्कर बाजार में बिक रहे नकली कीटनाशक हैं. जो शहर और कस्बा के बाजारों में धडल्ले से बिक रहे हैं. इससे छिड़काव करने से कीड़े गिड़ार मर नहीं रही है. किसानों की जेब ढीली हो रही हैं और फसल भी गिड़ार बर्बाद कर रही है. इससे पैदावार पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.

पीड़ित किसानों ने दी जानकारी
किसान राहुल ने बताया कि, एक कीटनाशक का नाम तस्कर है. जो फसल में लगी गिड़ार मारता है. इसका पांच एमएल प्रति टंकी के हिसाब से फसलों पर छिड़काव किया जाता है. मैं लगातार कई बार फसल में तस्कर का छिड़काव कर चुका हूं. लेकिन, उसमें लगी गिड़ार नहीं मरी. इससे पैदावार भी कम हुई है. किरावली के किसान घनश्याम सिंह ने बताया कि, फसल में नकली दवा एके-47 से गिड़ार मर नहीं रही है और न ही इससे अच्छी पैदावार हो रही है. यह बड़ा गिरोह है. इस बारे में डीएम आगरा से शिकायत की है. डीएम आगरा नवनीत सिंह चहल ने बताया कि, कुछ किसान भाईयों ने नकली कीटनाशक, नकली खाद और नकली बीज की शिकायत की है. इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारी और एसडीएम लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई कर रहे हैं. अब तक 12 से ज्यादा खाद, बीज और कीटनाशक दवाएं बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करके लाइसेंस निरस्त किए हैं. इस बारे में अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ताकि, किसानों की समस्या का समाधान हो. वे ठगे नहीं जाएं.

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नकली कीटनाशक से बागवानी में भी नुकसान: पिछले महीने राजधानी लखनऊ क्षेत्र में नकली कीटनाशक का खुलासा हुआ था. नकली कीटनाशक आम फसल ही नहीं, बागवानी के लिए भी बेहद हानिकारक होती हैं. क्योंकि, कीटनाशक खरीदने से किसान की जेब पर भार पर पड़ता है. जब कीटनाशक नकली होता है. तो उसका असर भी कम होता है. इसके साथ ही फसल को हानि पहुंचाने वाले कीड़े और परजीवी भी नहीं मरते हैं. जिससे फल दागदार या सड़ जाते हैं. इससे किसान को नुकसान होता है.

यहां करें शिकायत: नकली खाद, बीज और नकली कीटनाशक के लिए किसान भाई हर जिले में जिला अधिकारी या जिला कृषि अधिकारी से सीधे शिकायत कर सकते हैं. दोनों अधिकारी से मिल कर शिकायत करें या सबूतों के साथ मोबाइल पर भी अपनी शिकायत कर सकते हैं. विकास भवन में बनाए गए कंट्रोल रूम के नंबर 7302640291 पर भी किसान भाई शिकायत कर सकते हैं. साथ ही डीएम और जिला कृषि अधिकारी यदि किसान भाईयों की शिकायत पर सुनवाई नहीं करते हैं तो कमिश्नर के साथ ही सीएम पोर्टल पर किसान शिकायत कर सकते हैं.

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