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पाबंदी के बाद भी ब्रज में जमकर आतिशबाजी, हवा हुई जहरीली

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Published : Nov 6, 2021, 8:29 AM IST

आगरा में पांबदी के बाद भी ब्रज में दीपावली पर जमकर आतिशबाजी हुई. जिससे दीपोत्सव की रात और अगले दिन की हवा स्वास्थय के लिए खतरनाक और दमघोंटू हो गई.

हवा हुई जहरीली
हवा हुई जहरीली

आगरा: पांबदी के बाद भी ब्रज में दीपावली पर जमकर आतिशबाजी हुई. जिससे दीपोत्सव की रात और अगले दिन की हवा स्वास्थय के लिए खतरनाक और दमघोंटू हो गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शुक्रवार शाम शाम 4 बजे तक का 113 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया है, जिसके मुताबिक 20 से ज्यादा ऐसे शहर रहे जहां की एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार रहा. जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.

दरअसल, गुरुवार की रात और शुक्रवार दिनभर खतरनाक, जहरीली और दमघोंटू हवा से लोगों का घर से निकालना दूभर हो गया. 475 एक्यूआई के साथ देश में नोएडा टाॅप पर रहा. वहीं, देश के 113 शहरों में ब्रज क्षेत्र के फिरोजाबाद, वृन्दावन और आगरा शामिल हुए. जहां फिरोजाबाद की एक्यूआई 449 तो वृन्दावन की एक्यूआई 448 रही. जबकि, आगरा 429 एक्यूआई के साथ देश का 15 वां प्रदूषित शहर रहा.

बता दें कि, यूपी में नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फिरोजाबाद, वृन्दावन, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मेरठ, आगरा सबसे प्रदूषित रहे. एक्यूआई के मामले में यूपी का आगरा दसवां सबसे प्रदूषित शहर रहा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी की गई एयर क्वालिटी इंडेक्स सूची में आगरा का एक्यूआई 429 रही जो इस सीजन की सबसे ज्यादा है. गुरुवार रात और शुक्रवार दिनभर आगरा की हवा जहरीली रही. जिससे लोगों की घर से निकालना दूभर हो गया. जो लोग घर से बाहर निकले. उन्हें आंखों की जलन और सांस फूलने की दिक्कत महसूस हुई.


अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी

एसएनएमसी (SNMC) के वक्ष एवं क्षय रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि, एक्यूआई बढ़ने से श्वांस और उसके अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी हैं. एक्यूआई 400 पार होते ही आंखों में जलन और श्वांस लेने में परेशानी होती है. सबसे ज्यादा परेशानी दमा और अस्थमा के मरीजों को होती है. ऐसे मरीजों में श्वांस नली में सूजन, सीने में जकड़न, श्वांस लेने में दिक्कत, बार बार छींके आना और आंखों में जलन की शिकायत होती है.



बता दें कि, एक्यूआई 300 से कम होने पर ताजनगरी में ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई. मगर, लोगों ने जमकर आतिशबाजी की. गुरुवार रात से शुक्रवार शाम तक लोगों ने आतिशबाजी की. जिसकी वजह से आसमान में धुंध के बादल छाए रहे. अतिसूक्ष्म कणों की संख्या हवा में 300 के पार रही.



शहर एक्यूआई

नोएडा475
गुरुग्राम 472
गाजियाबाद 470
फरीदाबाद 469
ग्रेटर नोएडा464
दिल्ली 462
बल्भगढ़462
मानेसर458
फिरोजाबाद449
वृन्दावन448
बुलंदशहर444
हापुड़439
रोहतक 437
बागपत 437
भिवानी 437
मेरठ 435
आगरा429
चरखी दादरी424
भिवाड़ी418

यह भी पढ़ें- लहर से बेअसर रहे इन सीटों पर हुई थी भाजपा की शर्मनाक पराजय, प्रत्याशी नहीं बचा सके थे जमानत

एक्यूआई गुणवत्ता

0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 खतरनाक

आगरा: पांबदी के बाद भी ब्रज में दीपावली पर जमकर आतिशबाजी हुई. जिससे दीपोत्सव की रात और अगले दिन की हवा स्वास्थय के लिए खतरनाक और दमघोंटू हो गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शुक्रवार शाम शाम 4 बजे तक का 113 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया है, जिसके मुताबिक 20 से ज्यादा ऐसे शहर रहे जहां की एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार रहा. जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.

दरअसल, गुरुवार की रात और शुक्रवार दिनभर खतरनाक, जहरीली और दमघोंटू हवा से लोगों का घर से निकालना दूभर हो गया. 475 एक्यूआई के साथ देश में नोएडा टाॅप पर रहा. वहीं, देश के 113 शहरों में ब्रज क्षेत्र के फिरोजाबाद, वृन्दावन और आगरा शामिल हुए. जहां फिरोजाबाद की एक्यूआई 449 तो वृन्दावन की एक्यूआई 448 रही. जबकि, आगरा 429 एक्यूआई के साथ देश का 15 वां प्रदूषित शहर रहा.

बता दें कि, यूपी में नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फिरोजाबाद, वृन्दावन, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मेरठ, आगरा सबसे प्रदूषित रहे. एक्यूआई के मामले में यूपी का आगरा दसवां सबसे प्रदूषित शहर रहा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी की गई एयर क्वालिटी इंडेक्स सूची में आगरा का एक्यूआई 429 रही जो इस सीजन की सबसे ज्यादा है. गुरुवार रात और शुक्रवार दिनभर आगरा की हवा जहरीली रही. जिससे लोगों की घर से निकालना दूभर हो गया. जो लोग घर से बाहर निकले. उन्हें आंखों की जलन और सांस फूलने की दिक्कत महसूस हुई.


अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी

एसएनएमसी (SNMC) के वक्ष एवं क्षय रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि, एक्यूआई बढ़ने से श्वांस और उसके अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी हैं. एक्यूआई 400 पार होते ही आंखों में जलन और श्वांस लेने में परेशानी होती है. सबसे ज्यादा परेशानी दमा और अस्थमा के मरीजों को होती है. ऐसे मरीजों में श्वांस नली में सूजन, सीने में जकड़न, श्वांस लेने में दिक्कत, बार बार छींके आना और आंखों में जलन की शिकायत होती है.



बता दें कि, एक्यूआई 300 से कम होने पर ताजनगरी में ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई. मगर, लोगों ने जमकर आतिशबाजी की. गुरुवार रात से शुक्रवार शाम तक लोगों ने आतिशबाजी की. जिसकी वजह से आसमान में धुंध के बादल छाए रहे. अतिसूक्ष्म कणों की संख्या हवा में 300 के पार रही.



शहर एक्यूआई

नोएडा475
गुरुग्राम 472
गाजियाबाद 470
फरीदाबाद 469
ग्रेटर नोएडा464
दिल्ली 462
बल्भगढ़462
मानेसर458
फिरोजाबाद449
वृन्दावन448
बुलंदशहर444
हापुड़439
रोहतक 437
बागपत 437
भिवानी 437
मेरठ 435
आगरा429
चरखी दादरी424
भिवाड़ी418

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एक्यूआई गुणवत्ता

0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 खतरनाक

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