आगरा : टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान किक्रेट टीम की जीत पर जश्न मनाने वाले कश्मीरी छात्रों की तरफदारी जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने करनी शुरू कर दी है.
इससे देश में राजनीतिक पारा हाई होने लगा है. उमर अब्दुल्ला ने आगरा के अधिवक्ताओं के कश्मीरी छात्रों के केस की पैरवी न करने पर एक ट्वीट किया जिसके बाद स्थानीय अधिवक्ताओं में आक्रोश पनप गया.
आगरा दीवानी स्थित भारत माता मंदिर के पास अधिवक्ताओं ने पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और इमरान नबी डार का पुतला फूंका. नारेबाजी भी की. कहा कि जो अधिवक्ता देशद्रोही कश्मीरी छात्रों के मुकदमे में पैरवी करेगा, उसे गुलाब का फूल देकर विरोध जताया जाएगा. इधर, जिला जेल प्रशासन ने तीनों ही कश्मीरी छात्रों के आरटीपीसीआर और एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें विशेष बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है.
बता दें कि कश्मीरी छात्रों ने जश्न का व्हाट्सएप स्टेटस भी लगाया था जो वायरल हो गया. इस पर भाजपा युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष शैलू पंडित की तहरीर पर जगदीशपुरा पुलिस ने कश्मीरी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. जगदीशपुरा पुलिस ने तीनों आरोपियों को गुरुवार को जेल भेज दिया. सीएम योगी के आदेश पर पुलिस ने देशद्रोह की धारा भी छात्रों पर लगाई है.
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युवा अधिवक्ता संघ के मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा ने बताया कि अब्दुल्ला और इमरान नबी डार के ट्वीट को लेकर आगरा के अधिवक्ताओं में आक्रोश है. उमर अब्दुल्ला ने आगरा के अधिवक्ताओं के कश्मीरी छात्रों का केस न लड़ने के फैसले को लेकर ट्वीट कर विरोध जताया है.
वहीं इसे लेकर अधिवक्ताओं ने कहा कि कश्मीरी छात्र यहां सरकारी खर्चे पर पढ़ने आए हैं. यही पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाते हैं. नारेबाजी करते हैं. देशद्रोह का काम करते हैं. हम उनका केस नहीं लड़ेंगे.
उधर, आगरा जिला जेल के अधीक्षक ने बताया कि कश्मीरी छात्रों की आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आई है. सुरक्षा के लिहाज से तीनों कश्मीरी छात्रों को विशेष बैरक में रखा गया है.