आगरा: जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कन्या भ्रूण हत्या के मामले को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. वहीं उन्होंने भाजपा सरकार के 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के नारे को फर्जी बताया.
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया. पार्टी के पदाधिकारियों ने राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम जगदम्बिका प्रसाद पांडे को सौंपा. पदाधिकारियों का कहना है कि कई सालों से भाजपा नेताओं और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काला कारोबार किया जा रहा है.
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 2016 में लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या की शिकायत करने पर तत्कालीन सरकार ने प्रिया हॉस्पिटल को सील करने का कार्य किया, लेकिन उसके बाद सरकार बदलते ही कुछ अधिकारियों ने भाजपा नेताओं की मिलीभगत के चलते उस अस्पताल में लगी सील को हटवा दिया और दोबारा कन्या भ्रूण हत्या और लिंग परीक्षण का काला कारोबार शुरू कर दिया गया.
रासुका लगाए जाने की मांग
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि तकरीबन पांच माह पूर्व इस काले कारोबार की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल और एसएसपी आगरा से की गई थी, जिसके बाद एसओजी की टीम ने सक्रिय होकर अधिकारियों को पकड़ा, लेकिन पकड़े जाने के कुछ दिन बाद भी वह छूट गए. आप पार्टी के पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से घोर निंदनीय कृत्य करने वालों के विरुद्ध रासुका लगाए जाने की मांग की है.
भूख हड़ताल की दी चेतावनी
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि सृष्टि द्वारा बनाए गए नियम के साथ यह दरिंदे चंद रुपयों के लिए छेड़छाड़ करते हैं और कोख में पल रहीं मासूम बच्चियों की हत्या कर देते हैं. पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह में दोषियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई नहीं की गई तो आम आदमी पार्टी जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल करने को विवश रहेगी.