आगरा: ताजनगरी में कोविड-19 की 'संजीवनी' यानी वैक्सीन लगाने के महा अभियान की शुरुआत हो चुकी है. आगरा में कोविशील्ड की वैक्सीन आई है. टीकाकरण के पहले दिन यानी जिले के छह बूथों पर 600 फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स (स्वास्थ्य कर्मचारी) का टीकाकरण किया गया. चिकित्सकों ने कहा कि लोगों को वैक्सीन से नहीं, बल्कि कोरोना से डरना चाहिए.
हर बूथ पर चिकित्सक सहित सात स्टाफ तैनात
आगरा में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 16 बूथ बनाए गए थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने कार्यक्रम में बदलाव करके अब 6 बूथों पर ही वैक्सीनेशन की व्यवस्था की है. हर बूथ पर चिकित्सक सहित सात लोग वैक्सीनेशन के समय तैनात हैं. इनमें दो चिकित्सक, दो पुलिसकर्मी, टीकाकरण सत्यापन कर्मचारी और एक ऑपरेटर शामिल है.
हर बूथ पर दी गई 11 वायल
सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि आगरा में कोरोना वैक्सीन की 26,280 डोज आईं हैं. वैक्सीन की वायल की संख्या 2,628 है यानी कि 0.5 ml वैक्सीन की डोज लोगों को लगाई गई. एक वायल से 10 लोगों को वैक्सीन लगाई गई. हर बूथ पर पहले दिन 100 लोगों को वैक्सीन लगाना सुनिश्चित किया गया है, इसलिए सभी छह बूथों पर 11 वायल भेजी गई हैं. एक अतिरिक्त वायल आपातकालीन समय में उपयोग करने के लिए रखी गई है.
मिलेगा हर कर्मचारी को विशेष कार्ड
हर बूथ पर कर्मचारियों के सत्यापन में अधिक समय लगेगा. इस वजह से सुबह 9 बजे ही कर्मचारियों को बूथ पर बुलाया गया. कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के बाद हर कर्मचारी को एक कार्ड दिया. इस कार्ड पर कर्मचारी का नाम, पता, आधार संख्या, वैक्सीन की कंपनी, वैक्सीन का बैच नंबर और दूसरी डोज की तिथि भी लिखी है.
बचाव हमेशा सुखद
सरोजिना नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) के चिकित्सक डॉ. अनुपम शर्मा का कहना है कि बचाव हमेशा सुखद होता है. लोगों को वैक्सीन से नहीं, बल्कि कोरोना से डरने की जरूरत है. कोरोना से बचाव की जरूरत है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि टीकाकरण करवाएं.
15 फरवरी को लगेगी दूसरी डोज
एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ. संजय काला का कहना है कि यह हमारे और देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हम अपने देश की वैक्सीन को वैक्सीनेट कर रहे हैं. आज एसएनएमसी में वैक्सीनेशन कार्यक्रम चला. शासन के निर्देशानुसार 15 फरवरी को दूसरी डोज लगाई जाएगी.
इन बूथों पर वैक्सीनेशन
- एसएन मेडिकल
- जिला अस्पताल
- लेडी लायल हॉस्पिटल
- एत्मादपुर सीएचसी
- खंदौली सीएचसी
- पुष्पांजलि हॉस्पिटल
डॉ. संजय काला ने बताया कि एक व्यक्ति को वैक्सीन लगाने में चार मिनट का समय लगता है. हर बूथ पर आने वाले व्यक्ति का सबसे पहले सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के बाद उन्हें प्रतीक्षालय में बैठाया जा रहा है. इसके बाद वैक्सीनेशन शुरू किया गया. एक घंटे में 15 लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है.