आगराः जम्मू-कश्मीर की अलग-अलग जेलों से आगरा सेंट्रल जेल में अब तक 56 कैदी आ चुके हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मियां कयूम भी शामिल हैं. वह अलगाववादी के मामलात देखते हैं. जम्मू-कश्मीर से आगरा की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए गए कैदियों के चलते यहां की सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है.
सेंट्रल जेल के बाहर पीएसी तैनात है और बैरियर भी लगा दिए गए हैं. इसके साथ ही हर आने-जाने वाले पर पीएसी की नजर रहती है. सेंट्रल जेल के बाहर की हर गतिविधि पर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां नजर रखे हुए है.
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अब तक 56 कैदियों को किया गया शिफ्ट:
- बीते 8 अगस्त को पहली बार आगरा सेंट्रल जेल में जम्मू-कश्मीर के 26 बंदी और कैदियों को शिफ्ट किया गया.
- विशेष विमान से कैदियों को एयरलिफ्ट करके आगरा एयरपोर्ट पर लाया गया था.
- यहां से फिर इनको सुरक्षा-व्यवस्था के बीच आगरा सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया गया.
- 16 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक इन 26 बंदी और कैदियों से कोई मुलाकात करने नहीं आया है.
- जेल सूत्रों की मानें तो जम्मू-कश्मीर के बंदी और कैदियों के परिजनों को यह जानकारी भी नहीं है कि किसको कहां की जेल में रखा गया है.
- जम्मू-कश्मीर से आए बंदियों और कैदियों से कोई मुलाकात नहीं कर सकता है.
- सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस बारे में जेल प्रशासन को निर्देश दिए हैं.
- सुरक्षा के लिहाज से जेल प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.