आगरा: इन दिनों लोग पैसे ट्रांसफर से लेकर पैमेंट के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का काफी ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग जितनी तेजी से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यूज कर रहे हैं, उतनी ही तेजी से ऑनलाइन स्कैम भी बढ़ते जा रहे हैं. कई विभाग ठगी से बचने के लिए समय-समय पर नई-नई गाइडलाइंस जारी करते रहते हैं, लेकिन साइबर ठग हर बार नया तरीका निकाल कर लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे हैं.
ताजा मामला आगरा जिले के बाह थाना क्षेत्र के जरार कस्बे का है. यहां एक युवक साइबर ठगों के जाल में फंस कर हजारों की ठगी का शिकार हो गया. युवक को जब पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है तो उसने मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
जानकारी के अनुसार जरार कस्बा निवासी आशुतोष सविता पुत्र गणेश सविता की कस्बा जरार में हेयर सैलून कटिंग की दुकान है. युवक के मोबाइल फोन पर बुधवार को 8537079701 और 6291484591 नंबर से फोन आया. दूसरी तरफ से ऑनलाइन मनी ट्रांसफर ऐप फोन पे का कर्माचारी बताते हुए साइबर ठग ने युवक को फोन पे डाउनलोड करने को कहा. युवक को झांसे में लेकर साइबर ठग ने पहले तो फोन-पे ऐप डाउनलोड करवाया फिर एटीएम की डिटेल हासिल कर एटीएम स्कैन करवाया.
एटीएम स्कैन होते ही युवक के खाते से पहली बार में 9,999 रुपये और दूसरी बार मे 1,453 रुपये निकल लिये. जब युवक को लगा कर उसके साथ ठगी हुई है तो वह हड़बड़ा गया. उसने जब साइबर ठग के नंबर पर फोन मिलाया तो फोन बंद आ रहा था. आनन-फानन में युवक ने थाने पहुंचकर अपने साथ हुई ठगी के बारे में पुलिस को बताया. पीड़ित युवक ने तहरीर देकर पुलिस से जांच कर कार्रवाई की गुहार लगाई. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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जिले में 'साइबर साथी प्रोजेक्ट' शुरू
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलो को लेकर बीते दिनों आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया था कि बीते साल जोन के सभी जिलों में साढ़े आठ हजार से ज्यादा साइबर क्राइम की शिकायतें मिलीं, जो अलग-अलग तरह के साइबर क्राइम की थी, जिसमें करीब 70% शिकायतें ऑनलाइन मिलीं. 30% पीड़ितों ने अपनी शिकायतें थाने पर आकर दी. इतनी शिकायतों का निस्तारण जिले की साइबर सेल नहीं कर सकती है. इसलिए थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी साइबर क्राइम में एक्सपर्ट होना जरूरी है. इस सोच के साथ ही 'साइबर साथी प्रोजेक्ट' की शुरुआत की. इसके लिए दिल्ली की संस्था साइबर पीस फाउंडेशन से हाथ मिलाया है. यही फाउंडेशन अब ऑनलाइन साइबर क्राइम की पाठशाला संचालित करके पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दे रहा है.