आगरा: जिले में सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए झारखंड के जमशेदपुर से 10 टन लिक्विड ऑक्सीजन गुरुवार तक आगरा पहुंचना था. लेकिन, जमशेदपुर से ऑक्सीजन न पहुंचने के कारण गाजियाबाद से लिक्विड ऑक्सीजन मंगानी पड़ी. लिक्विड ऑक्सीजन आगरा पहुंचने के बाद एसएन मेडिकल कॉलेज व बांके बिहारी एयर प्रोडक्ट प्लांट पर भेज दिया गया है, जिससे जल्द ही तरल ऑक्सीजन से गैस बनाकर सप्लाई की जाए.
ऑक्सीजन की 7 इकाइयां होने के बावजूद भी पड़ी कमी
आगरा में कॉमर्शियल ऑक्सीजन के सात प्लांट हैं. यह हवा से ऑक्सीजन बनाते हैं. इनकी ज्यादा आपूर्ति औद्योगिक संस्थानों में जाती है. फिलहाल आगरा प्रशासन द्वारा इन प्लांटों से औद्योगिक संस्थानों को दी जाने वाली ऑक्सीजन पर रोक लगा दी गई है. एसएन मेडिकल कॉलेज में तरल ऑक्सीजन का प्लांट लगा है. इसके अलावा सिलेंडर की सप्लाई होती है.
अधिकांश हॉस्पिटलों में खत्म हुई ऑक्सीजन
आगरा के अधिकांश हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी होने लगी है. बुधवार को सिकंदरा स्थित शांति वेद हॉस्पिटल, यमुनापार के गोयल हॉस्पिटल, अमित जग्गी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी के कारण नए मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया गया. ताजनगरी स्थित जग्गी हॉस्पिटल का जायजा लेने के लिए डीएम खुद वहां पहुंचे. मजिस्ट्रेट को तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए भी कहा. आगरा सिटी मजिस्ट्रेट अरुण यादव ने बताया कि 10 टन तरल ऑक्सीजन पहुंच चुका है. जल्द ही ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी.
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