बर्मिघम: ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के मेन्स सिंगल्स फाइनल में भारत के लक्ष्य सेन का मुकाबला डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से हुआ. लक्ष्य सेन 21 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे. हालांकि, फाइनल में पहुंचने के बाद भी वह इतिहास बनाने से चूक गए. डेनमार्क के खिलाड़ी एक्सेलसेन ने भारत के लक्ष्य सेन को 21-10, 21-15 से हरा दिया है. दोनों खिलाड़ियों के बीच यह मुकाबला 53 मिनट तक चला.
मीडिया से बात करते हुए भारत के उपविजेता लक्ष्य सेन ने अपने प्रतिद्वंद्वी और विजेता विक्टर एक्सेलसन के बारे में कहा, वह मेरे लिए बहुत ठोस थे. रक्षा के साथ-साथ आक्रमण भी. उन्होंने वास्तव में अच्छा खेल खेला. सेन ने एक सवाल का जवाब देते हुए स्वीकार किया, पहले गेम की शुरुआत में मैंने उन्हें बहुत सारी गलतियां कीं. इस वजह से मुझे पहला गेम गंवाना पड़ा.
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सिर्फ 20 साल के सेन ने नहीं सोचा था कि वह घबराए हुए हैं. उन्होंने टिप्पणी की, मैच से पहले बहुत दबाव था. लेकिन एक बार जब मैंने मैदान में प्रवेश किया, तो पाया कि यह एक और मैच था. भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मैं अच्छा बैडमिंटन खेल रहा हूं. इससे मुझे बहुत आत्मविश्वास भी मिलता है.