नई दिल्ली: बीसीसीआई ने हाल ही में कहा था कि भारतीय टीम ने इस इवेंट में शामिल होने के लिए बोर्ड से इजाजत नहीं मांगी थी. इस बीच, दोशी जो उस किताब लांच के कार्यक्रम में मौजूद थे, उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि खिलाड़ियों ने वहां मास्क नहीं लगाए हुए थे.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने यह भी कहा कि उनमें से ज्यादातर इतनी भीड़ देखने के बाद पांच से दस मिनट से ज्यादा नहीं रुके थे. इंडिया अहेड के हवाले से दोशी ने कहा, मैं पुस्तक विमोचन के अवसर पर उपस्थित था. मुझे वास्तव में ताज समूह द्वारा आमंत्रित किया गया था. बहुत सारे गणमान्य व्यक्ति और टीम इंडिया के खिलाड़ी थोड़ी देर के लिए वहां मौजूद थे और मैं यह देखकर चौंक गया कि उनमें से किसी ने भी मास्क नहीं पहना हुआ था.
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उन्होंने कहा, समाज को मास्क पहनना है या नहीं, यह अनिवार्य है या नहीं यह राजनेताओं द्वारा तय किया जाता है. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फैसला किया कि डबल टीकाकरण कार्यक्रम के कारण इंग्लैंड काफी सुरक्षित है और यहां बहुत से लोगों को टीका लगाया गया है.
दोशी ने कहा, इसे देखने के दो तरीके हैं, यह जीवन का एक पहलू है. अगर मैं होता तो मैं निश्चित रूप से कहता मास्क पहनो, इसलिए नहीं कि मुझे दूसरों पर भरोसा नहीं है. बल्कि मैं खुद को संक्रमित होने से रोक रहा हूं.
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उन्होंने आगे संकेत दिया कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भी ओल्ड ट्रैफर्ड मैच को रद्द करने का कारण हो सकता है. दोशी ने कहा, मैं आज पहले अपने एक प्रिय मित्र माइकल होल्डिंग से बात कर रहा था और उन्होंने मुझसे कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड आखिरी टेस्ट नहीं चाहता था.
इसलिए, उनका मूल सुझाव यह था कि आईपीएल और इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट के बीच पर्याप्त समय छोड़कर ओवल टेस्ट के बाद दौरा समाप्त हो जाना चाहिए. लेकिन मेरा मानना है कि ईसीबी ऐसा नहीं चाहता था और हो सकता है कि उन्होंने पांचवें टेस्ट पर जोर दिया हो.