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क्रिकेट दिग्गजों ने केएल राहुल की बल्लेबाजी पर उठाए सवाल

आईपीएल 2022 में आरसीबी के खिलाफ ईडन गार्डन्स में एलिमिनेटर मैच के 19वें ओवर तक लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान की धीमी बल्लेबाजी को भारत के पूर्व मुख्य कोच, न्यूजीलैंड के दिग्गज सहित अन्य लोगों ने टीम के असफल होने का बड़ा कारण माना है.

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Published : May 27, 2022, 2:45 PM IST

कोलकाता: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ ईडन गार्डन्स में एलिमिनेटर मैच के 19वें ओवर तक लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल की धीमी बल्लेबाजी को भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री, संजय मांजरेकर और न्यूजीलैंड के दिग्गज डेनियल विटोरी ने टीम के असफल होने का बड़ा कारण माना है. एलएसजी 207 के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए आरसीबी से 14 रन से हारने के बाद आईपीएल 2022 से बाहर हो गई. पूर्व क्रिकेटरों में मांजरेकर उनकी इस पारी से नाखुश दिखें. उन्होंने कहा कि राहुल को इस तरह की कप्तान की जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए थी.

उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा, हमने केएल राहुल को अब तक काफी देखा है कि जब वह कप्तान बनते हैं, तो टीम के प्रमुख खिलाड़ी के रूप में प्रदर्शन करते हैं. वहीं, विराट कोहली और एमएस धोनी को उस तरह की जिम्मेदारी पसंद थी. इस सीजन को छोड़कर रोहित शर्मा भी आम तौर पर उस तरह की जिम्मेदारी पसंद करते हैं. हो सकता है, केएल राहुल स्वभाव से इस तरह की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि वह हर बार टीम को मैच नहीं जीता सकते.

यह भी पढ़ें: IPL 2022 Qualifier-2: आज फाइनल में पहुंचने के लिए बैंगलोर और राजस्थान के बीच होगी टक्कर

राहुल ने पारी की शुरुआत की और 19वें ओवर में आउट हो गए. लेकिन 58 गेंदों में 136.20 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 79 रन ही बना सके. 16वें ओवर तक उनका स्ट्राइक रेट 120 था, जो वास्तव में मांजरेकर को अच्छा नहीं लगा. मांजरेकर ने कहा, अगर मैं उनका कोच होता, तो मैं उन्हें तेज बल्लेबाजी करने को कहता, भले ही वह कप्तान हों, क्योंकि हमने बहुत सारे मैच देखे हैं, जहां टीमों को बहुत फायदा होगा अगर केएल राहुल सिर्फ लंबे समय के बजाय तेज बल्लेबाजी करते हैं.

उन्होंने जोश हेजलवुड के खिलाफ कुछ शानदार शॉट खेले. लेकिन उन्होंने अपना दृष्टिकोण बदल लिया था, जिससे वह तेज खेलने के बजाय लंबे समय तक बल्लेबाजी करना चाहते थे. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान विटोरी ने कहा कि आईपीएल में तेज गति से बल्लेबाजी करने के बजाय लंबी पारी खेलने का दृष्टिकोण सही नहीं है. विटोरी ने कहा, तो, पावरप्ले में 42 से लेकर 60 रन तक बनाना सही है, क्योंकि यह दूसरी टीम पर दबाव बनाता है.

यह भी पढ़ें: Rajat Patidar: एक कॉल ने जब टूटे दिल में भर दी खुशी...और रुक गए 7 फेरे

भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री भी एलिमिनेटर में राहुल के दृष्टिकोण से नाखुश थे. शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, उन्हें थोड़ा पहले तेज गति से खेलना था. कभी-कभी, आप बहुत लंबा इंतजार करते हैं, लेकिन यहां, नौवें और 14वें ओवर के बीच हुड्डा और राहुल की साझेदारी में किसी एक को तेज बल्लेबाजी करनी थी.

कोलकाता: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ ईडन गार्डन्स में एलिमिनेटर मैच के 19वें ओवर तक लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल की धीमी बल्लेबाजी को भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री, संजय मांजरेकर और न्यूजीलैंड के दिग्गज डेनियल विटोरी ने टीम के असफल होने का बड़ा कारण माना है. एलएसजी 207 के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए आरसीबी से 14 रन से हारने के बाद आईपीएल 2022 से बाहर हो गई. पूर्व क्रिकेटरों में मांजरेकर उनकी इस पारी से नाखुश दिखें. उन्होंने कहा कि राहुल को इस तरह की कप्तान की जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए थी.

उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा, हमने केएल राहुल को अब तक काफी देखा है कि जब वह कप्तान बनते हैं, तो टीम के प्रमुख खिलाड़ी के रूप में प्रदर्शन करते हैं. वहीं, विराट कोहली और एमएस धोनी को उस तरह की जिम्मेदारी पसंद थी. इस सीजन को छोड़कर रोहित शर्मा भी आम तौर पर उस तरह की जिम्मेदारी पसंद करते हैं. हो सकता है, केएल राहुल स्वभाव से इस तरह की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि वह हर बार टीम को मैच नहीं जीता सकते.

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राहुल ने पारी की शुरुआत की और 19वें ओवर में आउट हो गए. लेकिन 58 गेंदों में 136.20 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 79 रन ही बना सके. 16वें ओवर तक उनका स्ट्राइक रेट 120 था, जो वास्तव में मांजरेकर को अच्छा नहीं लगा. मांजरेकर ने कहा, अगर मैं उनका कोच होता, तो मैं उन्हें तेज बल्लेबाजी करने को कहता, भले ही वह कप्तान हों, क्योंकि हमने बहुत सारे मैच देखे हैं, जहां टीमों को बहुत फायदा होगा अगर केएल राहुल सिर्फ लंबे समय के बजाय तेज बल्लेबाजी करते हैं.

उन्होंने जोश हेजलवुड के खिलाफ कुछ शानदार शॉट खेले. लेकिन उन्होंने अपना दृष्टिकोण बदल लिया था, जिससे वह तेज खेलने के बजाय लंबे समय तक बल्लेबाजी करना चाहते थे. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान विटोरी ने कहा कि आईपीएल में तेज गति से बल्लेबाजी करने के बजाय लंबी पारी खेलने का दृष्टिकोण सही नहीं है. विटोरी ने कहा, तो, पावरप्ले में 42 से लेकर 60 रन तक बनाना सही है, क्योंकि यह दूसरी टीम पर दबाव बनाता है.

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भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री भी एलिमिनेटर में राहुल के दृष्टिकोण से नाखुश थे. शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, उन्हें थोड़ा पहले तेज गति से खेलना था. कभी-कभी, आप बहुत लंबा इंतजार करते हैं, लेकिन यहां, नौवें और 14वें ओवर के बीच हुड्डा और राहुल की साझेदारी में किसी एक को तेज बल्लेबाजी करनी थी.

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