नई दिल्ली : न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी तीन मैचों की टी20 सीरीज में भारत की कप्तानी कर रहे हार्दिक पांड्या अपनी टीम के खिलाड़ियों को नए जोश व ऊर्जा के साथ खेलते देखना चाहते हैं. टी20 विश्व कप अभियान के निराशाजनक अंत के बाद युवाओं को एक बेहतरीन एक्शन में लाने की तैयारी है. मैच के पहले टीम प्रैक्टिस करके खुद को वहां के माहौल में ढ़ालने की कोशिश कर रही है.
T20 विश्व कप 2022 के समापन के कुछ ही दिनों बाद ही टीम इंडिया न्यूजीलैंड आ गयी. यहां पर भारत 18 नवंबर को वेलिंगटन में होने वाले पहले T20 मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ने को तैयार है. तीन T20 मैचों की श्रृंखला के साथ साथ भारत को यहां 3 मैचों की एक दिवसीय श्रृंखला में भी न्यूजीलैंड से भिड़ना है.
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रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली जैसे अधिकांश वरिष्ठ खिलाड़ियों को इस श्रृंखला के लिए आराम दिया गया है. ऐसे में हार्दिक पांड्या को टी20 में कप्तान बनाया गया है. सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी युवाओं को अपनी काबिलियत साबित करने का बेहतरीन मौका है. साथ ही हार्दिक पांड्या के पास खुद को कप्तान के रूप में स्थापित करने व अगले दावेदार के रूप में पेश करने का मौका है.
बुधवार को वेलिंगटन में संवाददाताओं से बात करते हुए हार्दिक पांड्या ने कहा कि कई मुख्य खिलाड़ी यहां नहीं हैं, लेकिन जो खिलाड़ी पहले से यहां हैं, वे भी पिछले कुछ वर्षों से भारत के लिए खेल रहे हैं. इसलिए, उनके पास खुद को साबित करने का मौका है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बाकी खिलाड़ी अच्छा करने के लिए तैयार हो रहे हैं. उनको लेकर वे खुद भी उत्साहित हैं. यह एक नयी टीम है. नए लोग बहुत नई ऊर्जा के साथ खेलने जा रहे हैं. इसलिए, उन्हें खेलते हुए देखना काफी रोमांचक होगा.
पांड्या ने टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड से भारत की बड़ी हार के बारे में भी बात करते हुए कहा कि हम लोग हार से निराश हैं. उन्हें इससे निपटने और आगामी प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करना है और आगे बढ़ने की जरूरत है. निराशा तो है लेकिन हम जैसे पेशेवर लोगों को इससे निपटने की जरूरत है. हमें अपनी असफलताओं से उसी तरह निपटना होगा जैसे हम सफलता के जश्न को मनाते हुए आगे बढ़ते हैं. हमें और बेहतर होने और अपनी गलतियों को सुधारने की जरूरत है.
आपको बता दें कि इंग्लैंड से करारी हार के बाद भारत की काफी आलोचना हुई थी. इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी माइकल वॉन ने डेली टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में भारत को "विश्व क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम प्रदर्शन करने वाली सफेद गेंद वाली टीम" कहा था. पांड्या से वॉन की टिप्पणी पर उनकी राय के बारे में पूछा गया था, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इसे खारिज कर दिया कि उन्हें किसी को कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है.
हार्दिक पांड्या ने कहा कि, "जाहिर तौर पर जब आप अच्छा नहीं करते हैं, तो लोगों की अपनी राय बन जाती है, जिसका हम सम्मान करते हैं. मैं समझता हूं कि लोगों के अलग-अलग दृष्टिकोण हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने के नाते, मुझे नहीं लगता कि हमें किसी को कुछ भी साबित करने की जरूरत है."
हार्दिक पांड्या ने कहा कि, "यह एक खेल है, आप बेहतर होने की कोशिश करते रहते हैं और आखिरकार सबके सामने परिणाम होना चाहिए. ऐसी चीजें हैं जिन पर हमें काम करने की जरूरत है, आगे जाकर हम इसमें सुधार करेंगे और इस पर काम करेंगे."
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