नई दिल्ली: चंद्रकांत पंडित की प्रतिष्ठा कड़े अनुशासन वाले कोच की है, लेकिन चंद्रकांत पंडित को पता है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अगले सत्र में जब आंद्रे रसेल, सुनील नारायण और पैट कमिंस जैसे स्टार उनके मार्गदर्शन में खेलेंगे तो उन्हें अपनी कोचिंग प्रणाली में बदलाव करना होगा. आईपीएल के 16वें टूर्नामेंट के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मुख्य कोच बनाए गए 60 साल के पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पंडित जरूरत पड़ने पर खुद को बदलने के लिए तैयार हैं.
केकेआर के पहले भारतीय प्रमुख के रूप में नियुक्ति के बाद पंडित ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, आपको हर जगह एक ही तरीके का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है. प्रत्येक खिलाड़ी की मानसिकता को समझने की कोशिश करते समय थोड़ा लचीला होना चाहिए, जो बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, मैं हमेशा ऐसा करता हूं (खिलाड़ियों का अध्ययन करता हूं) और इसी के अनुसार हम चीजों को समझकर आगे बढ़ सकते हैं. पंडित ने कहा कि वह कोचिंग में सभी के लिए एक समान दृष्टिकोण का उपयोग नहीं करते.
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उन्हें यह स्वीकार करने में कोई झिझक नहीं है कि रसेल और कमिंस जैसे कुछ शीर्ष खिलाड़ियों के पास काफी अनुभव है और वह कभी भी आईपीएल स्तर पर अपनी रणजी ट्रॉफी के तरीकों का उपयोग नहीं करेंगे. पंडित ने कहा, ये अनुभवी खिलाड़ी हैं. वे इतने सालों से उच्चतम स्तर पर खेल रहे हैं और निश्चित रूप से हर स्तर पर एक ही तरीके का उपयोग नहीं किया जा सकता है. आपको उनके तरीकों को समझना और उनका अध्ययन करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि क्रिकेट की मांग को किसी भी अन्य चीज पर तरजीह मिले.
घरेलू स्तर पर पंडित से संपर्क करने वाले राज्य संघों को हमेशा से पता है कि यदि आप उनकी सेवाएं चाहते हैं तो आपको उन्हें काम करने की पूरी आजादी देनी होगी लेकिन क्या यह आईपीएल के स्तर पर संभव होगा. पंडित ने कहा, मुझे नहीं पता कि मेरी छवि क्या है लेकिन मैं समझता हूं कि एक मुख्य कोच की नौकरी में चीजों को इस तरह से आगे बढ़ाने की जरूरत है कि वे नतीजे देने वाली हों. उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि लोग मेरे तरीकों को कैसे देखते हैं लेकिन मुझे जो अवसर दिया गया है मैं उसे अपनी पूरी क्षमता से पूरा करने की कोशिश करूंगा.
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मुंबई के पूर्व दिग्गज अभिषेक नायर केकेआर के थिंकटैंक के प्रमुख सदस्यों में से एक हैं और कप्तान श्रेयस अय्यर भी मुंबई से हैं. संयोग से पंडित ने अपने करियर में अलग-अलग समय पर इन दोनों को कोचिंग दी है. पंडित ने कहा, यह हमेशा एक फायदा होता है कि आपके ढांचे में ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके साथ आपने समय बिताया है और निश्चित रूप से वह तालमेल जो हमने वर्षों से बनाए रखा है. उन्होंने कहा, केकेआर के पास उमेश यादव हैं जो विदर्भ में मेरी कोचिंग में खेल चुके हैं और वेंकटेश अय्यर जो मध्य प्रदेश के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं. मैं इन सभी लड़कों को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं.
कोच के रूप में छह रणजी ट्रॉफी खिताब वाले पंडित ने कहा, आपके पास अभिषेक (नायर) और ओंकार साल्वी (सहायक स्टाफ) हैं जो मेरी कोचिंग के तहत खेले हैं. उनकी मौजूदगी से फायदा होगा. पंडित ने खुलासा किया था कि वह आईपीएल के शुरुआती सालों के दौरान एक बार केकेआर के मालिक शाहरुख खान से मिले थे, लेकिन तब बात नहीं बनी. इस बार जब केकेआर के सीईओ वेंकी मैसूर ने मुख्य कोच के पद की पेशकश की तो उन्हें दूसरी बार सोचने की जरूरत नहीं पड़ी. पंडित ने कहा, हां, मुझे रणजी ट्रॉफी फाइनल के बाद प्रस्ताव मिला था. पिछली बार यह काम नहीं कर सका. इस फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनना सम्मान की बात है.