नई दिल्ली: साल 2022 में वैश्विक स्तर पर एक्सेस किए गए चैटबॉट मैसेजिंग ऐप की संख्या 2026 तक 3.5 बिलियन से बढ़कर 9.5 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है. यह जानकारी सोमवार को जारी की गई एक नई रिपोर्ट में दी गई है. जुनिपर रिसर्च का कहना है कि ईकामर्स कंपनियों द्वारा ओमनी-चैनल खुदरा रणनीतियों को अपनाने और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के भीतर चैटबॉट्स के इंटीग्रेशन से इसमें 169 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'चैटबॉट मैसेजिंग ऐप पर खुदरा खर्च, साल 2026 तक वैश्विक चैटबॉट खुदरा खर्च का 50 प्रतिशत से अधिक होगा. इसमें यह भी कहा गया है की मैसेजिंग ऐप फंक्शंस का तेजी से विकास, प्रतिस्पर्धी चैनलों पर चैटबॉट मैसेजिंग ऐप के लिए उच्च-मूल्य वाले ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं को आकर्षित करेगा.'
साथ ही साथ, रिपोर्ट में यह सुझाव दिया गया है कि 'चैटबॉट डेवलपर्स को अपनी सेवाओं की पहुंच का विस्तार करने के लिए कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म एज ए सर्विस(CPAAS) विक्रेताओं के साथ रणनीतिक साझेदारी बनानी चाहिए और मैसेजिंग ऐप और रिच कम्युनिकेशन सर्विसेज(RCS) सहित नए मैसेजिंग चैनलों की खोज करने वाले उद्यमों के लिए एक संगत समाधान प्रदान करना चाहिए.'
इसके अतिरिक्त, अमेजन इको और गूगल होम जैसे इन-होम स्मार्ट स्पीकर के विकास को भुनाने के लिए विक्रेताओं को वॉयस असिस्टेंट के साथ इंटीग्रेशन करने के लिए अपने चैटबॉट विकसित करने होंगे. इन 'वॉयस कैपिबिलिटी' को लागू करके चैटबॉट, विक्रेता के आवाज के साथ संवाद कर वाणिज्य को प्रोत्साहित करके मूल्य प्रस्ताव को अधिकतम कर सकते हैं.
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रिपोर्ट में पाया गया कि 2026 तक चीन में चैटबॉट मैसेजिंग ऐप पर कुल खर्च 21 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा जिसमें वीचैट जैसे एप्लिकेशन, प्रत्येक रिटेलर के लिए चैटबॉट्स का एक निश्चित ढांचा प्रदान करेंगे. इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे चैटबॉट ट्रैफिक बढ़ता है, मशीन लर्निंग का उपयोग पिछली बातचीत का आकलन करने और चैटबॉट्स पर ओमनीचैनल खुदरा अनुभव को औटोमैटिक करने के लिए किया जाएगा.
(आईएएनएस)