प्रयागराज : अयोध्या में प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर का 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होना है. उसी दिन के महाउत्सव की तैयारी पूरे देश में चल रही है. साधु-संतों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ से प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा. इस मौके पर भगवान श्री राम को भेंट करने के लिए पूरे देश से राम भक्त अलग-अलग वस्तुएं भेज रहे हैं. नेपाल के जनकपुर से पहली भेंट अयोध्या पहुंच चुकी है. इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज के कारोबारी अर्पित तिवारी ने लोहे की खूबसूरत पेंटिंग और चित्रों वाली अलमारियां भेंट की हैं. मंगलवार रात को संगम किनारे स्थित लेटे हनुमान मंदिर में महंत बलवीर गिरी ने अलमारियों को संगम के गंगा जल से शुद्ध करके वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आरती पूजा की. इसके बाद दो गाड़ियों में आठ अलमारियों को रखकर अयोध्या के लिए रवाना किया गया. साथ ही संगम के लेटे हनुमान मंदिर के लिए भी दो अलमारियां उपहार में दी हैं.
न दें विवादित बयान : महंत बलवीर गिरी ने कहा है कि साढ़े 500 साल के बाद वह पल आ रहा है जब प्रभु श्री राम के लिए भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. यह सब प्रभु श्री राम की कृपा से ही हो रहा है. इस मौके पर लोगों को किसी भी प्रकार के विवादित बयान देने से बचने की भी नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि श्री राम के भव्य मंदिर के लोकार्पण और प्राण प्रतिष्ठा के इस पावन पल अवसर पर किसी तरह का विवाद खड़ा करना या बयान देना किसी के लिए सही नहीं है.
10 साल तक नहीं मिटेगा अलमारियां का कलर : प्रयागराज के नैनी इलाके में अलमारियों को बनाने बेचने का कारोबार करने वाले शक्ति अलमीरा कंपनी के मालिक अर्पित तिवारी ने बताया कि उनकी तीन पीढ़ियों ने मिलकर इसका डिजाइन से लेकर बनवाने तक मे मेहनत की है. हफ्ते भर की दिन-रात की मेहनत के बाद आकर्षक अलमारियां बनकर तैयार हुई हैं जिन्हें अयोध्या भेजा गया है. उन्होंने बताया कि जिस कलर और मैटेरियल का इस्तेमाल करके अलमारियों को बनाया और उसमें कलर किया गया था वो 10 साल तक बिल्कुल ऐसे ही रहेगा. यही नहीं अलमारी पर पाउडर कोटिंग और यूवी कोटिंग की गई है. जिससे वर्षों तक पेंटिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
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