लखनऊ: बंथरा थाना क्षेत्र में 28 सितंबर की रात हुई दीपिका त्रिवेदी हत्याकांड का आज बंथरा पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने खुलासा किया है. दीपिका त्रिवेदी की हत्या उसके पति दीप नारायण त्रिवेदी ने ही की थी. हत्या को साजिश का रूप देने के लिए दीप नारायण ने घर के सामान को उथल-पुथल कर दिया था. मंदिर में रखे दानपात्र को भी उठाकर खेत में फेंक दिया था. सुबह पुलिस को सूचना दी थी कि चोरी करने के दौरान चोरों ने उसकी पत्नी की हत्या कर दी. मौके पर पहुंची डाग स्क्वायड वह फॉरेंसिक टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद हत्या की गुत्थी को सुलझाया है.
राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में मंदिर के अंदर महिला की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. पुजारी पति ने ही पत्नी को मौत के घाट उतारा था. दरअसल शादी के कुछ साल ही बीते थे कि उसका अपनी पत्नी की भतीजी प्यार हो गया था. जिसके हत्यारे दीप नारायण ने अपनी पत्नी की भतीजी से शादी कर ली थी. एक ही घर मे बुआ और भतीजी रहने लगी. एक ही घर मे दो अलग अलग कमरों में रहती थीं. शादी के 10 वर्षों बाद एक दिन बुआ व भतीजी का बर्तन धोने को लेकर हो विवाद गया. विवाद देख दीप नारानायण ने पहली पत्नी के मौत की कहानी रच डाली, और कहानी ऐसी बनाई की पुलिस और लोगो को लगा कि चोरी की घटना के दौरान महिला की हत्या हुई है. पुलिस ने जब गहनता से पड़ताल की तो पता चला कि पत्नी का हत्यारा पति है. पुलिस ने पति को हिरासत में लेकर की पूछताछ तो मौत की गुत्थी सुलझ गई.
दीपिका त्रिवेदी की हत्या के बाद सियासी पार्टियों के नेता भी राजनीतिक लाभ लेने के लिए बेती गांव पहुंचे थे. आप पार्टी के सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्याएं हो रही हैं और योगी सरकार की पुलिस सो रही है. पुलिस ने बहुत ही कुशलतापूर्वक इस हत्याकांड का पर्दाफाश किया है.