बदायूं: इस्लामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही के चलते एक ही रात में प्रसव के दौरान चार नवजातों की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल पर मौजूद नर्स और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. पीड़ित परिवारों ने अस्पताल प्रशासन पर बाहर से दवाइयां लिखने और घूसखोरी का आरोप भी लगाया है. फिलहाल अफसरों ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी है.
ग्राम गिरधरपुर निवासी जितेंद्र पाल अपनी पत्नी अनीता को प्रसव पीड़ा होने पर एंबुलेंस से इस्लामनगर पीएचसी लेकर आए थे. प्रसूता ने पुत्र को जन्म दिया, लेकिन जन्म लेते ही नवजात की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि नवजात की मौत के बावजूद प्रसव करा रही नर्स ने उनसे 400 रुपये ले लिए.
इसी प्रकार से तीन अन्य नवजातों की प्रसव के बाद मौत हो गई. सभी ने अस्पताल में तैनात नर्स और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पीड़ित परिजनों ने बताया कि बतौर सुविधा शुल्क नर्स ने 1,200 से 1,500 रुपये वसूले और बाहर से दवाइयां भी मंगाईं. बताया जा रहा है कि रिटायर हो चुकी एएनएम विभागीय सांठगांठ के चलते प्रसव करा रही है.
पूरे मामले पर डीएम कुमार प्रशांत का कहना है कि बच्चों की सामान्य डिलीवरी हुई है. सीएमओ स्तर पर एक टीम बनाई गई है. एसडीएम बिल्सी के द्वारा मजिस्ट्रेट जांच कराई जा रही है. अगर किसी प्रकार की लापरवाही हुई होगी तो कार्रवाई की जाएगी.