वाशिंगटन : अमेरिका ने यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों से अगले 24 से 48 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा है. वहीं, पश्चिमी खुफिया अधिकारियों द्वारा यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का खतरा जताए जाने के बीच अमेरिका यूक्रेन में अपने दूतावास को खाली करने की तैयारी कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. सुलिवन ने मीडिया को दिये बयान में कहा, 'हम इस बिंदु पर स्पष्ट होना चाहते हैं. यूक्रेन में किसी भी अमेरिकी को जल्द से जल्द अगले 24 से 48 घंटों में देश छोड़ देना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि अगर अमेरिकी वहां रहते हैं तो वे बिना किसी गारंटी के जोखिम उठा रहे हैं. रूसी आक्रमण की स्थिति में अमेरिकी सेना की ओर से निकालने का कोई अन्य अवसर या संभावना नहीं रहेगा. यूक्रेन में मौजूदा हालात के बीच व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि एक विश्वसनीय रिपोर्ट है जिसमें आशंका जतायी गयी है कि यूक्रेन में रूसी सैन्य कार्रवाई बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक की समाप्ति से पहले ही हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि सीमा पर सेनाओं की तादात लगातार बढ़ायी जा रही है. किसी भी समय आक्रमण शुरू हो सकता है. व्लादिमीर पुतिन ऐसा आदेश देने का फैसला कर सकते हैं. मैं अपनी खुफिया जानकारी के विवरण पर टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन ऐसी अटकलें है कि आक्रमण हो सकता है. उन्होंने कहा कि जर्मनी, पोलैंड, आर्मेनिया में अमेरिकी सेना की तैनाती यूक्रेन में रूस से लड़ने के लिए भेजे जाने वाले सैनिक नहीं हैं.
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वे यूक्रेन में युद्ध करने नहीं जा रहे हैं या रूस के साथ युद्ध नहीं लड़ेंगे. वे आक्रमण के खिलाफ नाटो क्षेत्र की रक्षा करने जा रहे हैं. इस बीच, एक विदेशी मीडिया ने अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन के हवाले से बताया कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण किसी भी समय शुरू हो सकता है. बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के दौरान भी आक्रमण कर सकता है.
वहीं, पश्चिमी खुफिया अधिकारियों द्वारा यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का खतरा जताए जाने के बीच अमेरिका यूक्रेन में अपने दूतावास को खाली करने की तैयारी कर रहा है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि विदेश मंत्रालय जल्द ही यह घोषणा करने वाला है कि रूसी आक्रमण की आशंका के मद्देनजर कीव दूतावास के सभी अमेरिकी कर्मचारियों को पहले ही देश छोड़ना होगा. विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की.
मंत्रालय ने पहले यूक्रेन में अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों के परिवारों को देश छोड़ने का आदेश दिया था. इसके अलावा गैर-आवश्यक कर्मियों से कहा गया था कि वे वहां से प्रस्थान करना चाहते हैं या नहीं, यह उनके विवेक पर निर्भर है. नया कदम ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिका ने यूक्रेन पर संभावित रूसी आक्रमण के बारे में अपनी चेतावनियों को बढ़ा दिया.
अधिकारियों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि सीमित संख्या में अमेरिकी राजनयिकों को यूक्रेन के सुदूर पश्चिम में नाटो के सहयोगी पोलैंड के साथ लगती सीमा के पास स्थानांतरित किया जा सकता है, ताकि देश में अमेरिका की राजनयिक उपस्थिति बरकरार रखी जा सके.
(एएनआई)