पणजी: रानी मुखर्जी काफी लंबे समय से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं. 'हम तुम' जैसे रोमांटिक ड्रामा से लेकर 'मर्दानी' जैसी कॉप-थ्रिलर फिल्मों तक उन्होंने हर प्रोजेक्ट के साथ अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है.
गोवा में 54वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में एक इंटरैक्टिव सेशन के दौरान रानी ने कहा, 'एकमात्र फिल्म जिसके बारे में मैं कह सकती हूं कि ये मेरा दुर्भाग्य था कि मैं 'लगान' का हिस्सा नहीं बन सकी क्योंकि एक विशेष तारीख और आमिर के बीच क्लैश हो रहा था. फिल्म को लेकर प्रोड्यूसर बन रहे थे और उन्होंने कहा कि 'रानी मैं इस फिल्म की शूटिंग एक खास तरीके से कर रहा हूं, इसलिए मैं चाहता हूं कि मेरे सभी कलाकार 6 महीने तक इसी खास जगह पर रहें और कहीं न जाएं. वह चाहते थे कि हर कोई वहां रहे, उसके पास यह विशेष तरीका था.'
रानी ने कहा, 'मैंने उनसे पहले ही एक फिल्म साइन कर ली थी, जो लगभग 20 दिन की थी और आमिर ऐसे थे, 'रानी, मैं तुम्हें उन 10 या 15 दिनों के लिए भी वापस नहीं आने दे पाऊंगा क्योंकि दूसरों को वापस न आने देना मेरे साथ अन्याय होगा.' मैंने अन्य मेकर्स से भी पूछा कि अगर मैं फिल्म छोड़ दूं तो क्या उन्हें कोई आपत्ति होगी क्योंकि मैं वास्तव में आमिर की फिल्म करना चाहूंगा, वह मेरे करीबी दोस्त हैं. लेकिन प्रोड्यूसर ने मुझे जाने से मना कर दिया. वह बहुत दुखद था.'
निर्देशक आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित 'लगान' बड़ी हिट साबित हुई. फिल्म को आलोचनात्मक प्रशंसा भी मिली और इसने कामर्सियल सक्सेस और इंटरनेशनल पहचान दोनों हासिल की. 'लगान' ने भारत में कई पुरस्कार भी जीते और इसके परफॉर्मेंस, डायरेक्शन, म्यूजिक और सिनेमेटोग्राफी के लिए इसे काफी सराहा गया.
यह फिल्म भारतीय सिनेमा में एक क्लासिक मानी जाती है और अपनी सशक्त कहानी, यादगार किरदारों और प्रेरक संदेशों के कारण आज भी इसने दर्शकों पर अमिट प्रभाव छोड़ा है.इस बीच, रानी को आखिरी बार ड्रामा फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' में देखा गया था, जिसे दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी. उन्होंने अभी भी अपने अगले प्रोजेक्ट की घोषणा नहीं की है.