मुंबई: यूनीयन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) की परीक्षा देश ही नहीं दुनिया भर में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में सबसे कठिन मानी जाती है. हर साल लाखों लोग इसमें सफल होने का सपना देखतें हैं. इन लाखों लोगों में कुछ सौ लोगों को ही सफलता का स्वाद मिल पाता है. इस परीक्षा की तैयारी के लिए छात्र कठीन परिश्रम करते हैं. इसी परिश्रम को OTT प्लेटफॉर्म पर लेकर आया था Aspirants का पहला सीजन. Aspirants के पहले सीजन में मूल रूप से तीन दोस्तों अभिलाष, एसके और गुरी की कहानी दिखाई गई थी. तीनों अच्छे दोस्त हैं और साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी कर रहे हैं. इस सीरीज का सबसे वायरल कैरेक्टर 'संदीप भैया' थे, जो तीनों दोस्तों की मेंटर की भूमिका में थे. उसी कहानी को Aspirants 2 में आगे बढ़ाया गया है. इस सीरीज में मुख्य भूमिका में नवीन कस्तूरिया, अभिलाष थपियाल, शिवांकित सिंह परिहार, सनी हिंदुजा, नमिता दुबे ने काम किया है.
क्या है कहानी?
Aspirant के पहले पार्ट की कहानी में आगे जाकर करियर के चलते दोस्ती में तकरार हो जाती है. और गलतफहमी के कारण तीनों दोस्त जिन्हें 'ट्राईपोड' बुलाया जाता है अलग हो जाते हैं. जिसमें अभिलाष डीएम, एसके यूपीएससी टीचर और गुरी जूतों की फर्म चलाता है. अब 2 साल बाद इसका सेकंड पार्ट Aspirants 2 रिलीज किया गया है जिसमें यूपीएससी के बाद की जिंदगी पर फोकस किया गया. इस सीजन में संदीप भैया ALC (Assistant Labour Commissioner) बन गए हैं. कहानी में अभिलाष और संदीप भैया के बीच काम को लेकर तकरार हो जाती है. वहीं गुरी फर्म के लिए सरकारी टैंडर दिलवाने में अपने दोस्त अभिलाष से मदद मांगने में हिचकिचाता है वहीं श्वेतकेतु यानि एसके दोनों के बीच पिसता है लेकिन इस बार एसके का कैरेक्टर भी थोड़ा अग्रेसिव दिखाया गया है.
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सीजन 2 में क्या अलग है
Aspirant Season 1 की कहानी में लोगों को अपनापन महसूस हुआ था, लोगों ने सभी कैरेक्टर्स से जुड़ा हुआ महसूस किया था. हर एक कैरेक्टर की अपनी एक पहचान थी. और कुछ कैरेक्टर्स तो इतने कमाल के थे कि उनको लेकर अलग से सीरीज भी बन चुकी है, जैसे एसके के कैरेक्टर को लेकर 'एसके सर की क्लास', वहीं संदीप भैया के कैरेक्टर को लेकर 'संदीप भैया' नाम की वेब सीरीज बन चुकी है. वहीं सेकेंड पार्ट की बात करें तो इसमें उसी कहानी को आगे बढ़ाया गया है. जहां कहानी में अभिलाष की अपने ही फेवरेट संदीप भैया से ही किसी काम को लेकर तकरार हो जाती है. वहीं गुरी, एसके और अभिलाष के बीच भी गलतफहमियों की वजह से चीजें बिगड़ जाती हैं. अभिलाष का कैरेक्टर पहले की तरह ही जिद्दी दिखाया गया है. अब आगे कहानी में क्या होता है, क्या गलतफहमी दोस्ती पर भारी पड़ेगी, या फिर पहले सीजन की तरह आखिरी में सबकुछ ठीक हो जाएगा? ये जानने के लिए Aspirants 2 देखनी होगी.
Aspirants 2 देखनी चाहिए या नहीं
पहला सीजन लोगों को खूब पसंद आया था इसकी कहानी से सबके इमोशन जुड़े हुए हैं इसीलिए सीजन 2 से उस तरह की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. लोगों को उम्मीदें थी कि सीजन 2 में सबकुछ ठीक हो जाएगा लेकिन चीजें और ज्यादा बिगड़ जाती हैं और आखिरी में सीरीज अगले सीजन का इशारा दे जाती है. अगर आपने Aspirants का पहला सीजन देखा है और आपको इसकी कहानी अपनी सी लगती है, अगर आप इसके कैरेक्टर्स से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं और आगे की कहानी जानने में दिलचस्पी रखते हैं तो आप Aspirants 2 देख सकते हैं.