मुंबई: फिल्म इंडस्ट्री के वर्सेटाइल एक्टर अनुपम खेर ने हाल ही में घोषणा किया कि वह देशवासियों के लिए एक अनोखा सीरीज बनाने जा रहे हैं, जिसमें देश के 21 हनुमान मंदिरों की वह झलक दिखाएंगे और लोगों को उन मंदिरों की इतिहास के साथ ही महत्व के बारे में भी जानकारी देंगे. तो बता दें कि भक्तों के लिए खुशखबरी है कि सीरीज का पहला भाग वह लेकर आ गए हैं. अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर हनुमान मंदिर का एक वीडियो शेयर कर उन्होंने जानकारी देने के साथ ही पौराणिक महत्व के बारे में भी बताया है. इस क्रम में अनुपम खेर उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में स्थित पनकी के हनुमान मंदिर पहुंचें और मंदिर के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी.
बता दें कि इंस्टाग्राम पर मंदिर का वीडियो शेयर कर अनुपम खेर ने कैप्शन में लिखा 'हमारे द्वारा बनाये 21 हनुमान मंदिर की सीरीज में आज हम बात करेंगे कानपुर के पनकी हनुमान मंदिर की. मुझसे सुनिए इस मंदिर का पौराणिक इतिहास और इस मंदिर का महत्व. जय बजरंग बली!. अनुपम खेर वीडियो सीरीज के द्वारा मंदिरों के बारे में देश-दुनिया को बताएंगे. '21 हनुमान मंदिर’ नाम की इस सीरीज को उनकी कंपनी ‘अनुपम खेर स्टूडियो’ निर्मित कर रहा है.
पनकी हनुमान मंदिर का इतिहास
वीडियो में अनुमान खेर ने मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी. एक्टर ने बताया कि पनकी हुनमान मंदिर पंचमुखी हनुमान जी के नाम से भी फेमस है. यह चमत्कारी मंदिर उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर में स्थित है. प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिर में देश भर से श्रद्धालु भगवान की दर्शन को आते हैं. मंदिर का पौराणिक इतिहास कहता है कि यह करीब 1000 वर्ष पुराना है. इसकी स्थापना श्री 1008 महंत गंगादास जी ने किया था. महंत जी एक बार चित्रकूट से लौट रहे थे, तब उन्हें वहां पर एक चट्टान दिखी, जिस पर बजरंग बलि की छवि थी. इसके बाद महंत जी ने तय कर लिया कि अब मंदिर यहीं पर बनेगा और उन्होंने मंदिर का निर्माण करवाया.
चमत्कारी है पनकी हनुमान मंदिर
अनुपम खेर ने बताया कि कानपुर स्थित इस चमत्कारी मंदिर में दूर-दूर से लोग दर्शन को आते हैं. अनुपम खेर ने बताया कि 1000 वर्ष पुराना पनकी पंचमुखी हनुमान मंदिर में मां सीता का भी वास है. मां सीता पर हनुमान जी की विशेष भक्ति थी और मां सीता भी हनुमान जी को अपना पुत्र मानती थीं. मंदिर में साल भर भारी भीड़ उमड़ती है और भक्तगण बड़ी संख्या में पंचमुखी हनुमान जी की दर्शन को पहुंचते हैं. मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मंदिर आता है और प्रभु से कुछ मांगता है, वह उसे जरूर मिलता है.