बलिया : भारतीय जनता पार्टी के लिए बलिया लोकसभा सीट पर दोबारा जीत हासिल करना आसान नहीं दिख रहा है. 2104 में भाजपा ने भरत सिंह को प्रत्याशी बनाकर उतारा था और उन्हें जनता का भरपूर समर्थन मिला. उन्होंने जीत दर्ज की, लेकिन इस बार भाजपा ने भरत सिंह के जगह वीरेंद्र सिंह मस्त को प्रत्याशी बनाया है. इन 5 सालों में जिले के विकास और लोगों की अपेक्षाओं पर भरत सिंह खरे नहीं उतरे, जिससे लोगों मे उनके काम-काज को लेकर नाराजगी है.
विकास के मुद्दे पर देंगे वोट
- नागरिकों का कहना है कि सांसद बनने के बाद भरत सिंह कभी मुड़कर लोगों के बीच नहीं पहुंचे.
- शहर के चौक, गुदरी बाजार, राजेंद्र नगर जैसे घनी आबादी वाले बस्ती में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.
- जिसे दूर करने के वादे भरत सिंह ने किए थे, जो अभी तक पूरे नहीं हुए.
- जो मूलभूत समस्याओं को दूर करेगा, बिजली, पानी और सड़क की बेहतर व्यवस्था करेगा, उसे ही वोट करेंगे.
बलिया शहरवासी भरत सिंह के कार्यकाल से न खुश दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में विरेंद्र सिंह भले ही जिले के लिए नाम पुराना हो, लेकिन एक राजनेता के तौर पर बिल्कुल नया चेहरा हैं. ऐसे में लोगों के जेहन में भरत सिंह के नाम से बनी छवि को वीरेंद्र सिंह किस तरह हटा पाते हैं. यह तो आने वाले कुछ दिनों में पता चलेगा.