वाराणसी: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 खत्म होने के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के वाराणसी उत्तरी सीट के प्रत्याशी हरीश मिश्रा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. हरीश मिश्रा ने कहा कि पार्टी में मैं हिन्दू और ब्राह्मण चेहरा था, फिर भी मुझे अल्पसंख्यकों का समर्थन नहीं मिला. इस वजह से मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया.
जानकारी देते पूर्व AIMIM नेता हरीश मिश्रा हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के वाराणसी उत्तरी सीट के प्रत्याशी हरीश मिश्रा ने पार्टी को अलविदा कह दिया. विधानसभा चुनाव में हरीश मिश्रा को कुल 1,632 वोट ही मिले थे. हरीश मिश्रा ने कहा कि मुसलमान साथियों ने सपोर्ट नहीं किया. मैं AIMIM से इसलिए चुनाव लड़ा था, क्योंकि मुझे लगा कि हिन्दू-मुस्लिम दोनों का समर्थन मिलेगा. मुझे हिन्दुओं के वोट मिले. मैं पिछले पांच सालों तक अल्पसंख्यक समुदाय के लिए लड़ता रहा. चुनाव में उन्होंने मेरा साथ नहीं दिया. मैं चाहता तो किसी अन्य दल का टिकट ले सकता था, लेकिन मैंने AIMIM से टिकट लिया. मुस्लिम भाइयों ने मुझे सिरे से खारिज कर दिया.
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पूर्व में हरीश मिश्रा कांग्रेस से जुड़े थे. वो लंबे समय से कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे. कांग्रेस ने उत्तरी सीट से गुलराना तबस्सुम को टिकट दिया था. उनको कांग्रेस का टिकट नहीं मिला, तो वो असदुद्दीन ओवैसी के साथ हो लिए. यूपी विधानसभा चुनाव में वो अपनी जमानत नहीं बचा पाए.
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