वाराणसी: इकोनॉमिक ऑफेंस के पेचीदा केसेज वर्कआउट करने में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस लगातार कामयाबी हासिल करती चली आ रही है. जी हां परीक्षा माफियाओं, सूदखोरों और जालसाजों पर लगातार वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस शिकंजा कस रही है. वहीं, पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जब साल 2016 से बिहार से फरार और Economic Offense Wing (EOW) सहित कई जिलों का वांछित इंडस वेयर कंपनी का मास्टरमाइंड लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया. मास्टरमाइंड 'अरुणेश सीता' करोड़ों के घोटाले में वर्षों से फरार था. वहीं, इसी गिरोह के एक अन्य सदस्य बालचंद चौरसिया को बलिया से भी गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश (Police Commissioner A Satish Ganesh) ने बताया कि UP के EOW सहित कई जनपदों से वांछित शातिर दिमाग अभियुक्त अरुणेश सीता को बीती रात वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. उन्होंने बताया कि अरुणेश सीता इंडस वेयर कंपनी का मास्टर माइंड है और इस जालसाज गिरोह ने बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में करोड़ों की जालसाजी की है. जहां इसके विरुद्ध सैंकड़ों मुकदमे दर्ज हैं.
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वहीं, उन्होंने बताया कि ये गिरोह सैकड़ों भोले -भाले लोगों को ठग चुका है. ये Financial Scam लगभग 300 करोड़ से अधिक का है. इनकी कम्पनी चार साल में रकम दोगुनी करने के फ्रॉड बांड स्कीम (fraud bond scheme) चलाती थी. उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच के प्रभारी अंजनी पांडेय की टीम को एक बड़ी कामयाबी मिली है. इसी गिरोह का एक और डायरेक्टर बालचंद चौरसिया बलिया से गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि एक साथ डबल ब्रेक क्राइम ब्रांच (double break crime branch team) की टीम ने दिलाया है. क्राइम ब्रांच टीम के SI राजकुमार पाण्डेय और सूरज तिवारी इस ऑपरेशन का हिस्सा रहे कई वर्षों से भूमिगत इन दोनों शातिर दिमाग अभियुक्तों को किसी भी राज्य की पुलिस ढूंढ नहीं पाई थी. कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस आज इस शातिर को न्यायालय में प्रस्तुत करेगी और ज्यूडिशियल रिमांड मांगेगी. पुलिस कमिश्नर ने गिरफ्तार करने वाली टीम को कैश रिवार्ड देने की घोषणा की है.
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