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काशी में शिक्षा को लेकर हुई नई शुरुआत, थर्ड जेंडर ने भी प्रवेश को किया आवेदन - entrance examination in Kashi Vidyapeeth

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की प्रवेश परीक्षा में अबकी थर्ड जेंडर की भी भागीदारी दिखेगी. बीएफए और बीएससी (गणित) में प्रवेश के लिए थर्ड जेंडर के दो आवेदन आए हैं.अब वे भी अपनी नई पहचान बनाएंगे.

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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
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Published : Aug 7, 2022, 4:25 PM IST

वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के इतिहास में इस बार होने वाले प्रवेश परीक्षा बेहद खास होने जा रही हैं, क्योंकि यह प्रवेश परीक्षा विद्यापीठ में बदल रहे सकारात्मक परिवेश की सार्थकता प्रस्तुत कर रही है. जी हां विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार प्रवेश परीक्षा में 2 थर्ड जेंडर विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. जिसको लेकर विद्यापीठ प्रशासन काफी गौरवान्वित हैं.

विश्वविद्यालय में हुई नई शुरुआत दो थर्ड जेंडर विद्यार्थियों ने किया आवेदन
बता दें कि तेजी से हो रहे सामाजिक परिवर्तन के बावजूद भी अभी तक थर्ड जेंडर के लोग समाज में अपनी पहचान बताने से कतराते हैं. ऐसे में ताजा मामला वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में देखने को मिल रहा है. जहां स्नातक की प्रवेश परीक्षा के लिए 2 विद्यार्थियों ने अपने आवेदन फॉर्म में थर्ड जेंडर को भी शामिल किया है. जिसे विद्यालय विश्वविद्यालय बेहद सार्थक कदम मान रहा है. इस बार 60 से ज्यादा स्नातक और स्नातकोत्तर के विषयों में लगभग 38,460 आवेदन आए हैं.

इसे भी पढ़ेंः सनातन धर्म की शिक्षा के लिए एक अलग विभाग खोल देना चाहिए: डॉ. मसूद अहमद

थर्ड जेंडर के कॉलम को किया गया है शामिल
गौरतलब है कि, आवेदन में पहली बार जेंडर वाले कॉलम में मेल, फीमेल के साथ अदर्स को भी जोड़ा गया था, जहां बीएसएम में पहला और बीएससी गणित में दूसरा आवेदन आया है. अब तक विश्वविद्यालय में थर्ड जेंडर के लिए विद्यार्थी केवल प्राइवेट छात्र के रूप में परीक्षाएं देते थे, लेकिन इस बार यह विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा में भी शामिल होंगे. विद्यालय के कुलपति का कहना है कि विद्यार्थियों द्वाराथर्ड जेंडर में आवेदन करना, इस बात को दर्शाता है कि विश्वविद्यालय का माहौल बदल रहा है और जिस मंशा के तहत इस कॉलम को जोड़ा गया था. वह मंशा भी पूरी हो रही है. अब विद्यार्थी शिक्षा को आत्मसात करके आगे बढ़ रहे हैं, जो विश्वविद्यालय के लिए भी गौरव की बात है.
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वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के इतिहास में इस बार होने वाले प्रवेश परीक्षा बेहद खास होने जा रही हैं, क्योंकि यह प्रवेश परीक्षा विद्यापीठ में बदल रहे सकारात्मक परिवेश की सार्थकता प्रस्तुत कर रही है. जी हां विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार प्रवेश परीक्षा में 2 थर्ड जेंडर विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. जिसको लेकर विद्यापीठ प्रशासन काफी गौरवान्वित हैं.

विश्वविद्यालय में हुई नई शुरुआत दो थर्ड जेंडर विद्यार्थियों ने किया आवेदन
बता दें कि तेजी से हो रहे सामाजिक परिवर्तन के बावजूद भी अभी तक थर्ड जेंडर के लोग समाज में अपनी पहचान बताने से कतराते हैं. ऐसे में ताजा मामला वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में देखने को मिल रहा है. जहां स्नातक की प्रवेश परीक्षा के लिए 2 विद्यार्थियों ने अपने आवेदन फॉर्म में थर्ड जेंडर को भी शामिल किया है. जिसे विद्यालय विश्वविद्यालय बेहद सार्थक कदम मान रहा है. इस बार 60 से ज्यादा स्नातक और स्नातकोत्तर के विषयों में लगभग 38,460 आवेदन आए हैं.

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थर्ड जेंडर के कॉलम को किया गया है शामिल
गौरतलब है कि, आवेदन में पहली बार जेंडर वाले कॉलम में मेल, फीमेल के साथ अदर्स को भी जोड़ा गया था, जहां बीएसएम में पहला और बीएससी गणित में दूसरा आवेदन आया है. अब तक विश्वविद्यालय में थर्ड जेंडर के लिए विद्यार्थी केवल प्राइवेट छात्र के रूप में परीक्षाएं देते थे, लेकिन इस बार यह विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा में भी शामिल होंगे. विद्यालय के कुलपति का कहना है कि विद्यार्थियों द्वाराथर्ड जेंडर में आवेदन करना, इस बात को दर्शाता है कि विश्वविद्यालय का माहौल बदल रहा है और जिस मंशा के तहत इस कॉलम को जोड़ा गया था. वह मंशा भी पूरी हो रही है. अब विद्यार्थी शिक्षा को आत्मसात करके आगे बढ़ रहे हैं, जो विश्वविद्यालय के लिए भी गौरव की बात है.
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