वाराणसी: 12-14 नवंबर 2021 को अमृतसर में हुए नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के 73वें वार्षिक अधिवेशन में निर्विरोध निर्वाचित महामंत्री शिव गोपाल मिश्र व सहायक महामंत्री आर के पाण्डेय सोमवार को वाराणसी पहुंचे. यहां कैंट रेलवे स्टेशन पर लखनऊ मंडल के अध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.
यहां मौजूद कार्यकर्ताओं व यूनियन पदाधिकारियों से महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि सरकार रेलवे का निजीकरण करना चाहती है, लेकिन नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन (Northern Railway Mens Union) के कारण संभव नहीं है. हमें सरकार की कॉरपोरेट घरानों से मिलीभगत को विफल करने के लिए भारतीय रेल के सभी स्टेशनों पर रेल कर्मचारियों, रेल उपभोक्ताओं, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं की 'रेल बचाओ-देश बचाओ' समिति का गठन करना होगा.
शिव गोपाल मिश्र ने रेल उत्पादन इकाइयों, कॉलोनियों, स्टेशनों, मालगोदाम, स्टेडियम आदि के प्रस्तवित नीलामी व मुद्रीकरण की घोषणा का विरोध किया और कहा कि कहा कि नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन और इससे संबद्ध यूनियन हर इसका विरोध करेंगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही कैडर रिस्ट्रक्चरिंग कमेटी का गठन होगा और रात्रि ड्यूटी भत्ते को बिना किसी सीलिंग के खोला जाएगा.
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उन्होंने बताया कि अमृतसर में संपन्न यूनियन के त्रिवार्षिक सम्मेलन में रेल कर्मचारियों की 49 सूत्रीय मांगों से संबंधित प्रस्ताव समेत 7 प्रस्ताव पारित किए गए. साथ ही भारत सरकार को चेतावनी दी गई है कि यदि रेल कर्मचारियों की लंबित मांगों पर समय से ध्यान नहीं दिया गया, तो हम संघर्ष करेंगे. उन्होंने न्यू पेंशन स्कीम को समाप्त कर सभी को गारंटीकृत पेंशन दिलाने और रेल कर्मचारियों का प्रमोशन जल्द करने की मांग की.
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