वाराणसी: गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए शुरू हुई गंगा यात्रा बलिया से चलकर 28 जनवरी को वाराणसी पहुंची. वाराणसी में 28 जनवरी को राजघाट पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया. उसके बाद 29 जनवरी को वाराणसी के अस्सी घाट से यात्रा जलमार्ग से अपने अगले पड़ाव की ओर निकली. इस यात्रा का शुभारंभ मंत्री आशुतोष टंडन ने की.
राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी और रविंद्र जायसवाल गंगा पूजन कर इस यात्रा को लेकर रामनगर होते हुए चुनार और मिर्जापुर जाएंगे. इस यात्रा में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे. बता दें, वाराणसी के अस्सी घाट पर बुधवार को आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होना था, लेकिन किसी कारणवश मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम रद्द हो गया है. अब सीएम योगी आदित्यनाथ गंगा यात्रा में मिर्जापुर में शामिल होंगे.
राज्यपाल ने की मां गंगा की आरती
गंगा की अविरलता और निर्मलता बनाए रखने के लिए निकाली गई गंगा यात्रा में स्कूली बच्चे भी शामिल हुए. अस्सी घाट पर पूरे विधि विधान से मां गंगा की आरती और पूजा-पाठ किया गया. इसके बाद गंगा यात्रा अगले गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया. बलिया में 557 किमी की यात्रा से पहले राज्यपाल ने मां गंगा की पूजा और आरती की थीं.
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गंगा यात्रा का मुख्य उद्देश्य गंगा के प्रति जन आस्था और सम्मान का विवर्धन, गंगा की अविरलता एवं निर्मलता सुनिश्चित करना है. प्रदेश के विकास में गंगा केंद्रीय रचनात्मक सोच, गंगा आधारित सतत आर्थिक विकास (अर्थ गंगा), संरक्षण के लिए आध्यात्मिक जन सहभागिता का संगम करना ही यात्रा का मकसद है. प्रदेश में गंगा नदी 27 जिले, 21 नगर निकाय और 1038 ग्राम पंचायत से होकर गुजरती है.