वाराणसी: काशी के कण-कण में शिव विराजमान है. यही वजह है कि यहां के हर घर में शिवालय मिलता है. यहां मौजूद शिवालयों की अपनी अलग ऐतिहासिकता और महत्वता है. ऐसे में हम आपको आज एक ऐसे अनोखे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. जी हां, इस शिवलिंग को लेकर यह दावा किया जाता है कि यह देश का सबसे बड़ा शिवलिंग है. जो से काशी की धरती पर स्थापित किया गया है.
यहां दर्शन करने आने वाले भक्तों का कहना है कि उन्होंने इतना वृहद शिवलिंग आज तक कहीं नहीं देखा. उन्होंने बताया कि यह वाकई बेहद खास और अनोखा है. हम लोग प्रतिदिन यहां दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं, क्योंकि प्रभु की श्रद्धा ऐसी है जिसे हम लोग रोक नहीं पाते हैं. मंदिर प्रबंधक अनूप लालवानी ने बताया कि यह पूरा मंदिर शिवलिंग के आकार में बना हुआ है. इस मंदिर में तीन द्वार है. गर्भ गृह के बीच में उत्तर मुख में शिवलिंग को स्थापित किया गया है. इसे बनखंडी महादेव के नाम से जाना जाता है. उन्होंने बताया कि यह मंदिर लगभग 200 साल से ज्यादा पुराना है.
उन्होंने बताया कि इस मंदिर की स्थापना 1818 में स्वामी बनखंडी महाराज ने की थी. लेकिन 1993 में इस मंदिर के महंत द्वारा एक नया आकार दिया गया और शिवलिंगाकार मंदिर को तैयार किया गया. यह मंदिर जमीन से लगभग 10 फीट ऊंचे 8 स्तंभों पर बना है. इस मंदिर में जाने के लिए 21 अर्ध चंद्राकार सीढ़ियों को निर्मित कराया गया है.
मंदिर प्रबंधक ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण जयपुर के कारीगरों के द्वारा किया गया है. आम दिनों के साथ सावन माह में हजारों की संख्या में भक्त आते हैं, महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इसके साथ ही चारों तरफ राधा कृष्ण, गणेश, हनुमान और दुर्गा जी की प्रतिमा स्थापित है.
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