वाराणसी: आज (8 अगस्त) सावन का अंतिम सोमवार है. इस मौके पर देशभर में श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की. शिव की नगरी काशी में भक्तों का भारी हुजूम उमड़ा है. भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है.
सावन के 3 सोमवार पर करीब 5 लाख से ज्यादा भक्तों ने भगवान विश्वनाथ के चरणों में मत्था टेका था और आज अंतिम सोमवार को भी छह लाख से ज्यादा की भीड़ काशी में आने का अंदेशा जताया गया है. अब तक लाखों भक्तों ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन और अभिषेक कर पुण्य लाभ कमाया है. भगवान भोलेनाथ के दर्शन से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. गोदौलिया से आगे लगभग 2 किलोमीटर लंबी कतार भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए लगी है. बड़ी संख्या में भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाई. इसके लिए भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है. सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार भी कल वाराणसी पहुंचे थे.
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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (baba vishwanath temple in kashi) के मुख्य अर्चक पंडित श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि भोलेनाथ औघडानी हैं. सोमवार को भगवान भोलेनाथ को एक लोटा जल अर्पित करने मात्र से ही वह खुश हो जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि जलधारा शिवोप्रिया, जल की धारा शिव को अति प्रिय है. भोलेनाथ को धतूरा,भांग, बेल पत्र इत्यादि चढ़ाने से उनका विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. भगवान भोलेनाथ का ध्यान करने के लिए सिर्फ ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए भोलेनाथ को जल, दूध, अर्पित करना चाहिए, जिससे भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं.
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