मुजफ्फरनगर: कृषि कानून के विरोध में दिल्ली के कई बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चे के साथ भारतीय किसान यूनियन का आंदोलन जारी है. वहीं अब भारतीय किसान यूनियन 5 अगस्त को मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कालेज मैदान में एक किसान महापंचायत करेगी. ईटीवी भारत ने इस किसान महापंचायत को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत से बात की.
राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा है कि हम सरकार के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं. मुजफ्फरनगर में 5 अगस्त को किसानों की महापंचायत होगी. इसमें बड़ी संख्या में किसानों के पहुंचने की उम्मीद है. भारतीय किसान यूनियन ने किसानों के मान सम्मान और स्वाभिमान के लिए महापंचायत बुलायी है. किसान जान गए हैं कि केवल भारतीय किसान यूनियन ही किसानों की मदद कर सकती है.
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उन्होंने कहा कि इस महापंचायत में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे. हमें कोई राजनीति नहीं करनी है और न ही चुनाव लड़ना है. हमारा किसी पार्टी से कोई संबंध नहीं है. इस सरकार से हम ताकत के बल पर मुकाबला नहीं कर सकते. सरकार यही चाहती है कि किसान सरकार के साथ भिड़ें और सरकार को किसानों को बदनाम करने का मौका मिल जाए. 26 जनवरी को भी इन्होंने साजिश रची थी लेकिन किसानों ने फिर भी लाल किले पर धरना दिया था.
नरेश टिकैत ने कहा कि किसान चाहते हैं कि कृषि कानून को सरकार वापस ले और किसानों को उनकी फसलों के वाजिब दाम मिलें. हम तो अब भी फैसले के मूड में हैं. सरकार बात करे. उन्होंने कहा कि किसान गुस्से में हैं. किसानों के साथ आगे की रणनीति किसान महापंचायत में 5 अगस्त को तैयार की जाएगी. किसानों के हक की इस लड़ाई में भारतीय किसान यूनियन कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी.