मेरठ : प्रदेश के डिप्टी सीएम व उच्च शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा (Deputy CM and Higher Education Minister Dinesh Sharma) ने कहा कि पूरे प्रदेश की शिक्षा की स्थिति में परिवर्तन आया है. उन्होंने कहा कि हमने अपने संकल्प पत्र में दस विश्वविद्यालयों की बात की थी जबकि लगभग 12 विश्वविद्यालयों को खोलने की प्रक्रिया लगभग समापन की ओर है. उन्होंने बताया कि 250 माध्यमिक विद्यालय व 78 डिग्री कॉलेज सरकार के इस साढ़े चार साल के कार्यकाल में खोले जा चुके हैं.
यूपी के डिप्टी सीएम व उच्च शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा बुधवार को मेरठ में थे. मौका था चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित 33 वें दीक्षांत समारोह का. इस दौरान कार्यक्रम के समापन के बाद मीडिया से उन्होंने बातचीत की।.
डिप्टी सीएम व उच्च शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास हो, यहां के किसानों को रोजगार मिल सकें, यहां के विद्यार्थियों को काम करने का अवसर मिल सके ये सब काम हमने किए हैं.
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उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में शिक्षा के स्तर में परिवर्तन आया है. नकल विहीन परीक्षा, समय से परीक्षा, समय से पढ़ाई और पाठ्यक्रमों का परिवर्तन जो कि अब नई व्यवस्था के अनुसार है. ये सरकार की व्यवस्था रही है.
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से डिग्री कॉलेजों की ये सबसे बड़ी मांग थी कि डिग्री कॉलेजों में एसोसिएट प्रोफेसर्स पदनाम (Associate Professors Designation) का अब प्रोफेसर के तौर पर भी प्रमोशन हो सकता है. महाविद्यालयों में जो अध्यापक हैं अब उनको शोध कराने का अधिकार भी प्रदेश सरकार ने दिया है. यूपी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन कर रही है.
प्रदेश सरकार ने जिस ढंग से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य किया है, उसके बाद बदलाव यह आया है कि दुनिया के तमाम देश के विश्वविद्यालय यूपी में कैम्पस खोलना चाहते हैं. सरकार ने इस ओर ध्यान देते हुए लचीला रुख अपनाया है और परिवर्तन किया है ताकि अगर कोई ऑफ कैम्पस खोलना चाहता है यो हम उन्हें अनुमति प्रदान कर रहे हैं.
डिप्टी सीएम ने बताया कि मेरठ यूनिवर्सिटी में संस्कृत विभाग भी स्वीकृत किया गया है.
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि मेरठ से दिल्ली जाने में पहले तीन घंटे या उससे भी अधिक वक्त लगता था लेकिन अब सरकार की कोशिशों के बाद ये दूरी घटी हैं.
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