मेरठ: यहां अब ढाई लाख के इनामी बदमाश बदन सिंह बद्दो पर शिकंजा कसा जा रहा है. गुरुवार को गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो के गुर्गे अजय सहगल की संपत्ति पर बाबा का बुलडोजर चला. अजय सहगल को गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो का राइट हैंड माना जाता है. उसकी सात अवैध दुकानों को तोड़ा गया.
मेरठ में गुरुवार को बदन सिंह बद्दो के करीबी गुर्गे अजय सहगल की अवैध 7 दुकानों को एमडीए (Meerut Development Authority) की टीम ने तोड़ दिया. मेरठ के थाना टीपी नगर क्षेत्र के जगन्नाथपुरी इलाके में पार्क की जमीन कब्जा करके ये अवैध निर्माण किया गया था. इस पर मेरठ विकास प्राधिकरण का बुलडोजर चला. करीब 20 करोड़ कीमत की दुकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया.
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कौन है बदन सिंह बद्दो
बदन सिंह बद्दो 1980 के आस-पास तक मेरठ में ट्रक ड्राइवर था. वो दबंगई करता था. ये दबंगई बढ़ती गई और बद्दो का नाम मेरठ के छोटे-मोटे बदमाशों में गिना जाने लगा. धीरे-धीरे उसने यूपी के बॉर्डर पर शराब की तस्करी भी शुरू कर दी. यहां से बद्दो का नेटवर्क बड़ा होने लगा.
1988 में उस पर पहली बार हत्या का केस दर्ज हुआ, जब उसने दिनदहाड़े मेरठ के गुदरी बाजार कोतवाली में राजकुमार नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी. पश्चिमी यूपी के क्राइम नेटवर्क में बद्दो का नाम फैलने लगा था. बद्दो बड़ी सुर्खियों में आया साल 1996 में, जब उसने मेरठ के वकील रवींद्र गुर्जर की हत्या की.
1996 के इस मर्डर केस में बद्दो को 2017 में गाजियाबाद अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. उसने दो साल सजा फतेहगढ़ की जेल में काटी. मार्च 2019 में उसे एक मामले में फिर गाजियाबाद कोर्ट में पेश किया गया. पेशी के बाद पुलिस उसे वापस फतेहगढ़ ले जा रही थी.
28 मार्च, 2019 को शातिर बद्दो ने पेशी के बाद पुलिस को मेरठ के रास्ते होकर चलने के लिए राजी कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर मेरठ के मुकुट महल होटल पहुंची. इस होटल में बदन सिंह का भी हिस्सा था. यहां से बद्दो फरार हो गया था. इसके बाद से वो फरार चल रहा है.
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