मथुरा : शाही ईदगाह बनाम श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में विभिन्न हिंदूवादी संगठनों द्वारा शाही ईदगाह को मंदिर की भूमि पर अवैध रूप से निर्माण बताते हुए न्यायालय में विभिन्न याचिकाएं डाल रखी हैं. मामले में लगातार सुनवाई हो रही है. वहीं साधु संतों का कहना है कि उस स्थान पर हमारे हिंदू समाज को भी पूजा अर्चना करने का अवसर मिलना चाहिए.
संत मोहिनी शरण बिहारी महाराज ने बताया कि हिंदू महासभा द्वारा न्यायालय में सारे साक्ष्य दिए जा चुके हैं. जो 13.37 एकड़ भूमि है वह केशव देव की है. आज भी जन्म भूमि ट्रस्ट उसका नगर निगम को टैक्स भरता है. यह हिंदुओं की भूमि है. निश्चित तौर पर अगर उसमें जलाभिषेक कराने की बात रखी गई है तो न्यायालय को जलाभिषेक करने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए. हिंदू महासभा भी न्यायालय का सम्मान करेगी. न्यायालय द्वारा जो आदेश दिया जाएगा उसका पालन किया जाएगा.
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने बताया कि जन्माष्टमी पर हिंदू समाज का व्यक्ति भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अपनी एक विशेष आस्था प्रकट करता है. उस स्थान पर हिंदू समाज को पूजा-अर्चना की अनुमति मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस जन्माष्टमी पर फिलहाल अभी ऐसा कुछ हम नहीं करने जा रहे हैं जो कानून को हाथ में लेने जैसी बात हो.
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धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बद्रीश महाराज ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा अर्चना करने का अवसर देना चाहिए. अभी फिलहाल ऐसा कोई विवाद नहीं है. संतों ने विचार भी किया है. संतो की यही राय है कि न्यायालय का सम्मान किया जाए और जो भी हल हो न्यायालय के आधार पर हो.
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