मथुरा : झारखंड में छात्रा अंकिता सिंह की मौत के बाद से जगह-जगह प्रदर्शन कर उसे न्याय दिलाए जाने की मांग की जा रही है. इसी क्रम में बुधवार देर शाम को धर्म नगरी वृंदावन में कैंडल मार्च निकाला गया. हिंदूवादी संगठनों द्वारा निकाले गए कैंडल मार्च में शामिल पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं में दुःख के साथ ही आक्रोश भी दिखाई दे रहा था, ये लोग जहां ठाकुरजी से अंकिता सिंह की आत्मशांति के लिए प्रार्थना कर रहे थे. वहीं हिंदूवादी संगठन ने कहा कि हत्यारों को उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप देना चाहिए. इस दौरान झारखंड सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई.
दरअसल, झारखंड के दुमका की रहने वाली 12वीं कक्षा की छात्रा अंकिता सिंह की जलाकर हत्या कर दी गई. आरोप है कि दुमका के जरूवाडीह का रहने वाला शाहरुख हुसैन नाम का एक युवक काफी समय से अंकिता के पीछे पड़ा हुआ था और स्कूल जाते आते वक्त अंकिता को परेशान करता था, लेकिन शाहरुख को अंकिता नजरअंदाज कर रही थी. जिसके बाद शाहरुख ने पेट्रोल की बोतल लेकर अंकिता के घर के पीछे हिस्से में आग लगा दी थी जहां अंकिता सोती थी.
आरोप है कि घटना को अंजाम देकर कुछ देर तक अंकिता को जलता हुआ देख रहा था, लेकिन जैसे ही परिजनों को घटना की जानकारी हुई शाहरुख मौके से फरार हो गया. गंभीर हालत में अंकिता को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां अंकिता की पांच दिन बाद मौत हो गई. मामले के बाद से ही घटना का जगह-जगह विरोध हो रहा है. इसी क्रम में धर्म नगरी वृंदावन में भी जगह-जगह विरोध देखने को मिला. वहीं बुधवार देर शाम हिंदूवादी संगठनों द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया.
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अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने बताया कि वृंदावन में बहन अंकिता के लिये कैंडल मार्च निकाला गया. उसमें सभी हिंदूवादी संगठनों ने मांग की है कि जिस प्रकार बहन अंकिता की जलाकर निर्मम हत्या की गई है उसकी हम घोर निंदा करते हैं. ऐसे कातिलों का तुरंत एनकाउंटर करना चाहिए या उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप देना चाहिए, जिससे हमारी बहन अंकिता को न्याय मिल सके. झारखंड में वहां की सरकार ने जो कृत्य किया है बहन अंकिता को आईसीयू में भर्ती नहीं कराया और इलाज में जो लापरवाही बरती गई है, उस सरकार के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, यही हम लोग मांग करते है.
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