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मरे हुए और अपात्र किसान भी ले रहे थे योजना का लाभ, खुलासा होने से मचा हड़कंप

किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए किसानों के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं शुरू की जाती है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Prime Minister Kisan Samman Nidhi Scheme) योजना की शुरुआत की गई थी.

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उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर
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Published : Aug 5, 2022, 9:57 PM IST

मथुरा: किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए किसानों के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं शुरू की जाती है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Prime Minister Kisan Samman Nidhi Scheme) योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के अंतर्गत करोड़ों किसानों के खाते में सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद भेजी जाती है. लेकिन इस योजना में कई जगह पर बड़ा फर्जीवाड़ा पाया गया है. वहीं, अगर बात जनपद मथुरा की की जाए तो हजारों की संख्या में जनपद मथुरा में अपात्र किसानों ने इस योजना का लाभ लिया. हद तो तब हो गई जब मरने के बाद भी किसान, किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेते रहे. अब विभाग के मामला संज्ञान में आने के बाद कार्रवाई की जा रही है.

जिला उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि जहां तक फर्जीवाड़े की बात है. हमारे जनपद में करीब 4500 ऐसे किसान हैं जो आयकर दाता हैं, जो आयकर दाता की सूची है वह हमें लखनऊ उत्तर से प्राप्त हुई है और उस सूची के आधार पर हमने 45 किसानों को नोटिस दिया है कि अपने गलत तरीके से अपात्र होते हुए भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिया है. आप इसको वापस कर दें, तो करीब 267 किसानों द्वारा किसान सम्मान निधि योजना का पैसा भी वापस कर दिया है. 25 लाख 60 हजार रुपया वापस हुआ है, जो गवर्नमेंट के खाते में आ चुका है और बाकी लोगों ने कहा है कि हमारा जिनमें से 40 परसेंट लोग ऐसे हैं, जिन लोगों ने कहा है कि हमारी इनकम है वह टैक्सेबल इनकम नहीं है और टैक्सेबल इनकम न होने के कारण हम पात्र की सूची में है. इस सूचना को ऊपर भी बताया गया और इस मामले का उच्चाधिकारियों द्वारा संज्ञान लिया गया है. उनके द्वारा कहा गया है कि जो किसान लिखकर दे रहे हैं और साक्ष्य हैं तो उनकी पूरी डिटेल लेकर हमें भेजिए, उस जानकारी को ऊपर भेजा गया है. अभी प्रतीक्षा की जा रही है. अग्रिम आदेशों तक और बाकी जो अपात्र किसान थे, उनसे रिकवरी की प्रक्रिया चालू है.

उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर

इसे भी पढ़ेंः औद्योगिक मंत्री ने मांगी अफसर के कारनामों की रिपोर्ट तो CEO ने दी गलत जानकारी, अब होगी कार्रवाई

जिला उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि ऐसे मृतक किसान जिन्होंने किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया है जो पात्र किसान थे जिनकी मृत्यु हो गई थी, उन पात्र किसानों द्वारा किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया गया था, जो जनपद में हमारे लगभग 15066 ऐसे किसान हैं, जिनके द्वारा किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया जा रहा था.

अब 15066 में करीब 891 किसानों की किसान सम्मान निधि योजना को रोका गया है और 2500 किसानों को हमने आईडेंटिफाई किया है, जिनकी किसान सम्मान निधि योजना को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. किसान सम्मान निधि योजना बंद कर दी जाए और उनके परिजनों को फार्म भरवा कर किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दे दिया जाए, तो इस प्रकार से यह प्रक्रिया चलन में है और हम लोग इसके लिए अग्रसर हैं और कार्य कर रहे हैं.
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मथुरा: किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए किसानों के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं शुरू की जाती है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Prime Minister Kisan Samman Nidhi Scheme) योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के अंतर्गत करोड़ों किसानों के खाते में सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद भेजी जाती है. लेकिन इस योजना में कई जगह पर बड़ा फर्जीवाड़ा पाया गया है. वहीं, अगर बात जनपद मथुरा की की जाए तो हजारों की संख्या में जनपद मथुरा में अपात्र किसानों ने इस योजना का लाभ लिया. हद तो तब हो गई जब मरने के बाद भी किसान, किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेते रहे. अब विभाग के मामला संज्ञान में आने के बाद कार्रवाई की जा रही है.

जिला उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि जहां तक फर्जीवाड़े की बात है. हमारे जनपद में करीब 4500 ऐसे किसान हैं जो आयकर दाता हैं, जो आयकर दाता की सूची है वह हमें लखनऊ उत्तर से प्राप्त हुई है और उस सूची के आधार पर हमने 45 किसानों को नोटिस दिया है कि अपने गलत तरीके से अपात्र होते हुए भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिया है. आप इसको वापस कर दें, तो करीब 267 किसानों द्वारा किसान सम्मान निधि योजना का पैसा भी वापस कर दिया है. 25 लाख 60 हजार रुपया वापस हुआ है, जो गवर्नमेंट के खाते में आ चुका है और बाकी लोगों ने कहा है कि हमारा जिनमें से 40 परसेंट लोग ऐसे हैं, जिन लोगों ने कहा है कि हमारी इनकम है वह टैक्सेबल इनकम नहीं है और टैक्सेबल इनकम न होने के कारण हम पात्र की सूची में है. इस सूचना को ऊपर भी बताया गया और इस मामले का उच्चाधिकारियों द्वारा संज्ञान लिया गया है. उनके द्वारा कहा गया है कि जो किसान लिखकर दे रहे हैं और साक्ष्य हैं तो उनकी पूरी डिटेल लेकर हमें भेजिए, उस जानकारी को ऊपर भेजा गया है. अभी प्रतीक्षा की जा रही है. अग्रिम आदेशों तक और बाकी जो अपात्र किसान थे, उनसे रिकवरी की प्रक्रिया चालू है.

उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर

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जिला उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि ऐसे मृतक किसान जिन्होंने किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया है जो पात्र किसान थे जिनकी मृत्यु हो गई थी, उन पात्र किसानों द्वारा किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया गया था, जो जनपद में हमारे लगभग 15066 ऐसे किसान हैं, जिनके द्वारा किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया जा रहा था.

अब 15066 में करीब 891 किसानों की किसान सम्मान निधि योजना को रोका गया है और 2500 किसानों को हमने आईडेंटिफाई किया है, जिनकी किसान सम्मान निधि योजना को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. किसान सम्मान निधि योजना बंद कर दी जाए और उनके परिजनों को फार्म भरवा कर किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दे दिया जाए, तो इस प्रकार से यह प्रक्रिया चलन में है और हम लोग इसके लिए अग्रसर हैं और कार्य कर रहे हैं.
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