लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने साल 2021 में विकास की नई इबारत लिखने का प्रयास किया. हर क्षेत्र खासकर इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर विकास के तमाम बड़े प्रोजेक्ट पूरे हुए और जनता को इनकी सौगात मिली.
सड़क, एक्सप्रेस वे से लेकर एयरपोर्ट तक की बड़ी सौगात जनता को मिली. इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों में भी योगी सरकार ने साल 2021 में तमाम बड़े काम किए. एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में निवेशक भी आए, तो लोगों के जीवन स्तर में सुधार की रैंकिंग में भी इजाफा हुआ. इज ऑफ डूइंग में यूपी दूसरे नंबर पर पहुंच गया. वहीं कानून व्यवस्था को लेकर पूरे साल तमाम तरह के सवाल उठते रहे.
वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश में सड़क से लेकर हवाई यात्रा व परिवहन की दृष्टि से इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर तमाम बड़े काम हुए. लखनऊ से गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की शुरुआत भी हुई, तो मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे का भी शिलान्यास इसी साल हुआ. हवाई यात्रा को सुगम बनाने के उद्देश्य से कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का लोकार्पण किया गया.
एशिया के सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात उत्तर प्रदेश के लोगों को मिली. इसका भी शिलान्यास हुआ. इसके अलावा डिफेंस कॉरिडोर बनने का काम शुरू हुआ. गंगा एक्सप्रेस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के माध्यम से लोगों को रोजगार की संभावनाएं बढ़ गयी हैं. जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के लिए काफी बड़ी सौगात है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास नवंबर महीने में किया था.
एयर कनेक्टिविटी के लिहाज से देखा जाए, तो उत्तर प्रदेश में तमाम बड़े काम साल 2021 में हुए. कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बड़ा प्रोजेक्ट है. यहां पर देश-विदेश से आने वाले धर्मावलंबियों के लिए यह बड़ी सौगात है. बौद्ध पर्यटक सारनाथ के बाद कुशीनगर आते हैं और ऐसे में उन्हें इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से काफी फायदा मिलेगा. इससे दुनिया में भारत खासकर उत्तर प्रदेश की छवि और बेहतर हुई.
लखनऊ में अमौसी एयरपोर्ट के नजदीक ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण केंद्र का शिलान्यास देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया. वहीं कानपुर वासियों को साल जाते-जाते मेट्रो की सौगात मिली. उत्तर प्रदेश में अगर निवेशकों की बात करें तो करीब 40 हजार करोड़ रुपए के निवेश का दावा सरकारी मशीनरी कर रही है. लखनऊ को एशिया के सबसे बड़े लुलु फूड पार्क की सौगात भी मिली. ये जल्द ही शुरू होने वाला है.
वहीं छात्रों की पढ़ाई और तकनीकी शिक्षा में मदद करने और यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर राज्य सरकार ने दिसंबर के अंत में लखनऊ के इकाना स्टेडियम में 50 हजार युवाओं को टेबलेट और स्मार्टफोन वितरित किये.
कानून व्यवस्था को लेकर उठते रहे सवाल
विकास के बड़े काम हुए तो कानून व्यवस्था को लेकर पूरे साल सवाल उठते रहे. हाथरस में दलित बेटी के साथ गैंगरेप की वारदात, आगरा में सफाई कर्मचारी की पुलिस अभिरक्षा में मौत से भी सरकार की काफी किरकिरी हुई. विपक्षी दलों ने दोनों मामलों को जमकर तूल दिया.
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे की कार से किसानों को कुचलने का मामला भी चर्चा में रहा. इस मामले को लेकर किसान काफी नाराज दिखे. इस मामले में योगी सरकार की जमकर किरकिरी हुई. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से मौत हुई, तब भी विपक्षी दलों ने सरकार को कानून व्यवस्था को लेकर कठघरे में खड़ा कर दिया था.
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