लखनऊ: उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को भारतीय जनता पार्टी में अहम जिम्मेदारी दी है. उनको बीजेपी ने पार्टी का राष्टीय उपाध्यक्ष घोषित किया है. माना जा रहा है कि निकट भविष्य में उनको यूपी के चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है. इसके जरिये पार्टी एक तीर से कई निशाने साधेगी. न केवल अनुसूचित जाति के मतदाताओं के बीच अच्छा संदेश जाएगा बल्कि उसके साथ ही भाजपा पंजाब में कांग्रेस के दलित मुख्यमंत्री के चुनाव को भी चुनौती देगी.
उनके मनोनयन की जानकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पत्र के माध्यम से दी. यह पत्र महासचिव अरुण सिंह ने जारी किया है. बेबी रानी मौर्य ने करीब 10 दिन पहले उत्तराखंड के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद में उनको लेकर अनेक तरह के कयास लगाए जा रहे थे. बेबी रानी मौर्य के राज्यपाल के पद से इस्तीफे के बाद उनके कद को और बेहतर करने के लिए उनको पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद दिया गया है.
बेबी रानी मौर्य इससे पहले आगरा की महापौर, महिला आयोग की सदस्य और भारतीय जनता महिला मोर्चा में भी शामिल रही हैं. उनको उत्तराखंड के राज्यपाल के पद से जब इस्तीफा देने के लिए कहा गया था, तब से ही ये बात कही जाने लगी थी कि अब पार्टी में उनको बड़ी भूमिका दी जाएगी जो कि सोमवार को तय हो गयी . भाजपा ने बेबी रानी मौर्य को अहम पद देकर दलित वर्ग को भी अपने पाले में करने की कोशिश की है.
पंजाब में कांग्रेस के दलित मुख्यमंत्री पर खेले गए दांव के बाद भाजपा ने भी कांग्रेस के नहले पर दहला जड़ दिया है. समाज के सबसे पिछडे़ से आने वाली महिला को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है और आने वाले समय में उनको और बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है, जिसमें उनको आगरा की किसी विधानसभा सीट से विधायक के लिए टिकट भी दिया जा सकता है.