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यूपी भाजपा में अब सुनील बंसल युग समाप्ति की ओर, रोकी गई एमएलसी दावेदारों की सूची - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

यूपी भाजपा संगठन महामंत्री सुनील बसंल के वर्चस्व का युग अब समाप्ति की कगार पर है. सूत्रों की मानें तो सुनील बंसल उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री के तौर पर काम नहीं करना चाहते हैं.

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महामंत्री संगठन सुनील बंसल
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Published : Jul 15, 2022, 2:02 PM IST

Updated : Jul 15, 2022, 3:16 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के आठ साल से संगठन महामंत्री सुनील बंसल का वर्चस्व अब खतरे में है. ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि खुद सुनील ने यूपी में काम नहीं करने की इच्छा जाहिर की है, इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नए महामंत्री संगठन के नामों पर विचार करना भी शुरू कर दिया है.

भारतीय जनता पार्टी के आठ एमएलसी दावेदारों की सूची जारी नहीं हुई है, जिनको विधान परिषद में भेजा जाना है. विधान परिषद में छह मनोनीत और दो अन्य सदस्यों की जगह खाली हो चुकी है. यह आठ सीटें भाजपा के कोटे से ही भरी जाएंगी. पिछले दिनों एक गोपनीय सूची पर सहमति बन रही थी. लेकिन नए महामंत्री संगठन और नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की राष्ट्रपति चुनाव के बाद होने वाली आमद को लेकर इस सूची को रोक दिया गया है. बहुत जल्द ही नए पदाधिकारियों के आने के बाद भाजपा एक अन्य सूची जारी करेगी.


यूपी भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान महामंत्री संगठन सुनील बंसल की देखरेख में भाजपा ने 2014 लोक सभा, 2017 विधानसभा, 2019 लोक सभा और इसके बाद में 2022 की विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की. इसके अलावा भाजपा ने कई बार निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में भी काफी सफलता प्राप्त की. 2022 विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सुनील बंसल अब उत्तर प्रदेश में महामंत्री संगठन के तौर पर काम करने को इच्छुक नहीं हैं. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से उनको कोई अन्य काम देने पर विचार करने के लिए कहा था. इसके साथ ही भाजपा में स्वतंत्र देव सिंह की जगह नया प्रदेश अध्यक्ष भी आना है.

यह भी पढ़ें: ट्रांसफर में गड़बड़ी पर जांच रिपोर्ट आज, दोषियों पर गाज गिरनी तय


विधान परिषद की आठ सीटें खाली हो गई हैं, जिनमें से मनोनीत होने वाले छह सदस्य हैं. दो सीटें पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के विधायक बनने और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे अहमद हसन के निधन के बाद खाली हुई हैं. बताया जा रहा है कि सुनील बंसल के स्तर से इन आठों सीटों के लिए आठ दावेदारों का चयन किया जा चुका था. यह सूची स्वीकृत होनी थी, लेकिन इस बीच संगठन के एक गुट ने इस सूची पर आपत्ति लगा दी. उसके बाद नेताओं का मानना था कि, जब सुनील बंसल और स्वतंत्र देव सिंह को अब संगठन में भूमिका नहीं निभानी है, तो उनके सुझाए हुए एमएलसी दावेदारों को क्यों जगह दी जाए. इसलिए इनकी जगह एमएलसी दावेदारों की एक नई सूची जारी की जाएगी. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश को नया महामंत्री संगठन का नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. उसके बाद में एमएलसी दावेदारों की नई सूची जारी होगी.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के आठ साल से संगठन महामंत्री सुनील बंसल का वर्चस्व अब खतरे में है. ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि खुद सुनील ने यूपी में काम नहीं करने की इच्छा जाहिर की है, इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नए महामंत्री संगठन के नामों पर विचार करना भी शुरू कर दिया है.

भारतीय जनता पार्टी के आठ एमएलसी दावेदारों की सूची जारी नहीं हुई है, जिनको विधान परिषद में भेजा जाना है. विधान परिषद में छह मनोनीत और दो अन्य सदस्यों की जगह खाली हो चुकी है. यह आठ सीटें भाजपा के कोटे से ही भरी जाएंगी. पिछले दिनों एक गोपनीय सूची पर सहमति बन रही थी. लेकिन नए महामंत्री संगठन और नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की राष्ट्रपति चुनाव के बाद होने वाली आमद को लेकर इस सूची को रोक दिया गया है. बहुत जल्द ही नए पदाधिकारियों के आने के बाद भाजपा एक अन्य सूची जारी करेगी.


यूपी भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान महामंत्री संगठन सुनील बंसल की देखरेख में भाजपा ने 2014 लोक सभा, 2017 विधानसभा, 2019 लोक सभा और इसके बाद में 2022 की विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की. इसके अलावा भाजपा ने कई बार निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में भी काफी सफलता प्राप्त की. 2022 विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सुनील बंसल अब उत्तर प्रदेश में महामंत्री संगठन के तौर पर काम करने को इच्छुक नहीं हैं. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से उनको कोई अन्य काम देने पर विचार करने के लिए कहा था. इसके साथ ही भाजपा में स्वतंत्र देव सिंह की जगह नया प्रदेश अध्यक्ष भी आना है.

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विधान परिषद की आठ सीटें खाली हो गई हैं, जिनमें से मनोनीत होने वाले छह सदस्य हैं. दो सीटें पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के विधायक बनने और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे अहमद हसन के निधन के बाद खाली हुई हैं. बताया जा रहा है कि सुनील बंसल के स्तर से इन आठों सीटों के लिए आठ दावेदारों का चयन किया जा चुका था. यह सूची स्वीकृत होनी थी, लेकिन इस बीच संगठन के एक गुट ने इस सूची पर आपत्ति लगा दी. उसके बाद नेताओं का मानना था कि, जब सुनील बंसल और स्वतंत्र देव सिंह को अब संगठन में भूमिका नहीं निभानी है, तो उनके सुझाए हुए एमएलसी दावेदारों को क्यों जगह दी जाए. इसलिए इनकी जगह एमएलसी दावेदारों की एक नई सूची जारी की जाएगी. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश को नया महामंत्री संगठन का नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. उसके बाद में एमएलसी दावेदारों की नई सूची जारी होगी.

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Last Updated : Jul 15, 2022, 3:16 PM IST
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