लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों से सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर निगम प्रशासन गंभीर कदम उठाने की तैयारी कर रहा है. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने आदेश दिया है कि किसी भी कीमत पर 31 बिंदुओं पर खरा उतरने से पहले डिपो से बस बाहर नहीं निकलनी चाहिए. 31 बिंदुओं पर जब बस पास हो जाए उसके बाद ही डिपो से बाहर बस निकाली जाए. अगर इसमें किसी तरह की लापरवाही बरती जाती है तो, जांच में दोषी पाए जाने पर अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा. यात्रियों की सुरक्षा परिवहन निगम का पहला उद्देश्य है इससे खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा.
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दरअसल, बीते दिनों परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक (Managing Director of Transport Corporation) संजय कुमार के आदेश पर मुख्यालय के नोडल अफसर प्रदेश भर के बस डिपो का दौरा करने गए थे. वापस लौटने के बाद जो रिपोर्ट एमडी को सौंपी गई उससे एमडी काफी नाराज हैं. प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने इस संबंध में नया आदेश जारी करते हुए कहा कि बसों की टेक्निकल और भौतिक जांच जरूरी होगी. लापरवाही के लिए एआरएम और वरिष्ठ केंद्र प्रभारी जिम्मेदार होंगे. प्रधान प्रबंधक (संचालन द्वितीय) मनोज कुमार ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं कि पहले बसों की स्थिति को सुधारें उसके बाद ही बस रूट पर भेजें.
पत्र में कहा गया है कि बस बॉडी के उखड़ी हुई शीट, बस का रंग रोगन और फर्श को दुरूस्त करना होगा. बसों की सीटें, खिड़की दुरुस्त कर और साफ -सफाई कराकर ही बस बाहर भेजी जाएं.
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