लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की अधिसूचना जारी होने के बाद ईटीवी भारत ने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकोल के साथ निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराना आयोग की प्राथमिकता है. ऑनलाइन माध्यम से चुनाव प्रचार भी नजर रखी जाएगी. प्रत्याशियों के नामांकन की व्यवस्था भी ऑनलाइन माध्यम से कराई जाएगी.
ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के मतदान की अलग व्यवस्था की गई है. पोस्टल बैलट के साथ मतदान अधिकारी उनके घर जाएंगे और उनका वोट कराएंगे. इसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया के दौरान राजनेताओं के भाषणों पर आयोग की पूरी नजर रहेगी. चुनाव के दौरान हर प्रकार की गतिविधियों की मॉनीटरिंग करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं के लिए मतदान की विशेष व्यवस्था रहेगी. एक विधानसभा क्षेत्र में एक स्पेशल महिला बूथ बनाया जाएगा.
चुनाव आयोग ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखें शनिवार को घोषित की थीं. यूपी में 7 चरणों में चुनाव होंगे. प्रथम चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरे चरण का 14 फरवरी, तीसरे चरण का 20 फरवरी, चौथे चरण का 23 फरवरी, पांचवें चरण का 27 फरवरी, छठे चरण का 3 मार्च और सातवें चरण का 7 मार्च को होगा. वहीं मतगणना 10 मार्च को होगी. कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए चुनाव कराए जाएंगे. उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 मई तक है.
पिछली बार उत्तर प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 14,71,43,298 थी, जो अब बढ़कर 15,02,84005 हो गयी है. इनमें से 24,03,296 मतदाता 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं. महिला पुरुष मतदाताओं की बात करें तो राज्य में पुरुष मतदाता कुल 8,04,52,736 पुरुष मतदाता हैं, जबकि महिलाओं की संख्या 6,98,22,416 हैं और प्रदेश में कुल 8853 थर्ड जेंडर वोटर हैं.
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