लखनऊ: किसान की भूमि का अर्जन नहीं किया गया था, बल्कि उस पर कब्जा किया गया था. रियल स्टेट कंपनी पर किसान की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा है. जिसके बाद रियल स्टेट कंपनी के खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पीजीआई थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कंपनी प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
सरोजनी नगर में खसरा संख्या-312 जिसका रकबा 18 बिस्वा है. इस भूमि का कानपुर रोड नगर प्रसार योजना भाग-4 के अन्तर्गत वर्ष 1985 में अधिग्रहण किया गया था. इसके अलावा खसरा संख्या-312 के अवशेष रकबे में 1 बीघा भूमि वर्तमान समय में अनार्जित है. यह जमीन भोले पुत्र कुशहर, मिश्रीलाल पुत्र कुशहर, मेवालाल पुत्र कुशहर व झुन्नादेवी पत्नी स्व. नौगी लाल के नाम राजस्व अभिलेखों में अंकित है. इस जमीन पर मेसर्स यूनिटेक लिमिटेड साउथ सिटी का कब्जा है.
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इस भूमि पर मेसर्स यूनिटेक लिमिटेड साउथ सिटी द्वारा भूखण्डों का सृजन किया गया है. जिसके सम्बन्ध में कंपनी को निर्देशित किया गया था कि भूमि पर किसी भी प्रकार के भूखण्डों का निर्माण अथवा विकास कार्य न करायें और किसी व्यक्ति को आवंटित न करें. अन्यथा भविष्य में कोई विधिक समस्या उत्पन्न होती है तो उसके वह स्वयं जिम्मेदार होंगे. विभागीय पत्रों में दिये गये आदेश की अवहेलना करते हुए अनार्जित भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है.
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