लखनऊ: परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुई दुर्घटना में मारे गए 29 लोगों का जिम्मेदार किसी भी अधिकारी को मानने के बजाय ड्राइवर की झपकी को बताया. परिवहन मंत्री का कहना है कि ड्राइवर को झपकी आई और दुर्घटना हो गई. सीएम योगी को ड्राइवर को झपकी आने की रिपोर्ट दी गई है. मंत्री के इस बयान के बाद फिलहाल किसी भी अधिकारी पर कोई भी कार्रवाई होना मुश्किल नजर आ रहा है.
परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बैठक में बताया कि-
- दुर्घटना शून्य हो इसकी जिम्मेदारी क्षेत्रीय प्रबंधक और सेवा प्रबंधक की होगी.
- सभी मंडलों में दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है इस पर हरहाल में रोक लगाई जाएगी.
- जो ड्राइवर ज्यादा दुर्घटनाएं कर रहे हैं उन्हें गाड़ी नहीं दी जाएगी और उन पर कार्रवाई भी होगी.
- मुख्यमंत्री ने गुरुवार को परिवहन विभाग समेत कई विभागों की बैठक बुलाई है.
- बैठक में एक्सप्रेस वे पर जो भी खामियां हैं उसे दूर करने पर चर्चा की जाएगी.
प्रबंध निदेशक धीरज साहू ने बताया कि
- लंबी दूरी के रूट पर 4 लाख किमी से कम चली हुई बसें संचालित कराई जाएंगी.
- अनुभवी ड्राइवरों को ही बसों पर लगाया जाएगा.
- ड्राइवर कंडक्टर ड्यूटी में हो रही धांधली के लिए सॉफ्टवेयर बनाया जाएगा.
- बसों में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम की जांच कराई जाएगी.
- कंट्रोल सेंटर से ओवरस्पीड बस पाए जाने पर ड्राइवर पर कार्रवाई होगी.
- सभी बसों की स्पीड लिमिट डिवाइस की भी सघनता से जांच की जाएगी.
- जिन बसों में डिवाइस नहीं लगी है उन बसों में लगाई जाएगी.
- हादसे न हों इसके लिए ड्राइवरों को उच्च कोटि की ट्रेनिंग दी जाएगी.
- ड्राइवरों को माह में कम से कम 4 दिन की छुट्टी जरूर मिलेगी.
- लंबी दूरी की बसों में डबल ड्राइवर को भी अनिवार्य किया जाएगा.
- चालक-परिचालक रात में आराम नहीं कर पाते हैं इसके लिए विश्राम कक्ष बनाए जाएंगे.