लखनऊ : परिवहन विभाग इस बार नामी-गिरामी स्कूलों पर भी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगा. सोमवार से स्कूली वाहनों के खिलाफ विशेष चेकिंग अभियान शुरू हो गया है. अभियान के दौरान मानकों का उल्लंघन करने वाले स्कूली वाहनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी. लखनऊ के जिलाधिकारी के निर्देश पर स्कूली वाहनों के खिलाफ विशेष चेकिंग अभियान चलाने की हिदायत दी गई है.
लखनऊ में तमाम ऐसे नामी-गिरामी स्कूल हैं, जिनकी बसें और स्कूली वैन परिवहन विभाग के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. अभियान के दौरान कई बार ऐसे वाहन पकड़ में भी आते हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों की तरफ से कार्रवाई भी की जाती है. बावजूद इसके बड़े स्कूल मनमानी से बाज नहीं आते हैं, लेकिन अब ऐसे स्कूल मालिकों पर भी परिवहन विभाग सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. हाल ही में जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी. जिसमें सख्त निर्देश दिए कि अगर स्कूली वाहन से कोई दुर्घटना होती है तो स्कूल मालिक के खिलाफ सीधे तौर पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. साथ ही मान्यता से संबंधित कार्रवाई भी की जाएगी. मनमानी करने वाले स्कूलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने से भी इस बार हिचकेंगे नहीं, ऐसा अधिकारियों का कहना है.
क्या कहते हैं आरटीओ : लखनऊ के आरटीओ प्रवर्तन संदीप पंकज का कहना है कि विद्यालयों के वाहनों के खिलाफ लगातार हमारा अभियान चल रहा है. चलता ही रहता है कभी बंद नहीं होता है, क्योंकि यह सेंसिटिव सेगमेंट की बात है. हमारे प्रवर्तन अधिकारी लगातार इस पर नजर रखते हैं. किसी भी अवस्था में हम इस चीज को टॉलरेट नहीं करेंगे कि अनफिट वाहनों से विद्यालय के बच्चों का परिवहन हो. अभी चार दिन के अभियान में 15 गाड़ियां बंद की गई हैं. लगभग 3.50 लाख के आसपास जुर्माना वसूला गया है. कई गाड़ियों का चालान भी किया गया है. मकसद यही है कि हमारा अभियान अनवरत जारी रहे. जितने भी वाहन स्वामी हैं जितने भी प्रबंधक हैं वे अपने वाहनों को फिट कराकर ही संचालित करें ये मेरी अपील है. आरटीओ का कहना है कि स्कूली वाहनों के फिटनेस कराने की दर जरूर धीमी है, लेकिन फिटनेस सेंटर पर वाहन फिटनेस कराने आ रहे हैं.
निरस्त किया जाएगा रजिस्ट्रेशन : आरटीओ संदीप पंकज बताते हैं कि फिटनेस की संख्या और फिटनेस कराने आने वाले वाहनों में जो गैप है वह इस वजह से है कि बहुत सारे वाहन विद्यालयों के पास ऐसे हैं जो संचालन की स्थिति में नहीं हैं. उनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल होना है. बहुत सारे स्कूलों के मैनेजर, प्रिंसिपल और एमडी ने बात की है कि हमारे पास ऐसे वाहन हैं जिन्हें हम चलाना नहीं चाहते. वह संचालन लायक नहीं हैं. इन सभी की सूची बनाई जा रही है. इनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया जाएगा. विद्यालयों के जो मैनेजर हैं उनको एक बार फिर से सुझाव और हिदायत दी जाती है कि अगर बच्चों का परिवहन फिटनेस के बिना वाहनों से कराया जाता है तो अवश्य कार्रवाई कराई जाएगी.
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कार्रवाई को लेकर लिखा जाएगा लेटर : आरटीओ बताते हैं कि विद्यालय की मान्यता से संबंधित कार्रवाई के लिए डीआईओएस और बीएसए को भी लिखा जाएगा. जैसा कि पिछली बैठकों में अधिकारियों ने अल्टीमेटम दिया है. डीआईओएस और बीएसए से विद्यालय की मान्यता का सर्टिफिकेट निलंबित कराया जाएगा. मेरी अपील है कि अगर आपके पास ऐसी बस है जो संचालन योग्य नहीं है, जिसकी फिटनेस नहीं करानी है, जिसका रजिस्ट्रेशन कैंसिल कराना है, उसके संदर्भ में आरटीओ कार्यालय से संपर्क कर उनके पंजीयन निरस्त करा लें, जिससे हम फिटनेस वाले वाहनों की सूची से उन्हें अलग कर दें.
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