लखनऊ : यूपी में पूर्वांचल के आधा दर्जन जिलों में दिनदहाड़े लूट और डकैती डालने वाले गैंग का यूपी एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने लखनऊ से गैंग लीडर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग सीमावर्ती जिलों में भारतीय करेंसी को नेपाली करेंसी में बदलने वाली एजेंसी के कैरियर व एजेंसी की गाड़ियों को निशाना बनाता था.
यूपी एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि बीते दिनों उन्हें सूचना मिल रही थी कि नेपाल करेंसी को भारतीय करेंसी में बदलने वाली कंपनियों के पैसों को ले जाने वाली कैरियर गाड़ियों को एक गैंग सीमावर्ती जिलों में दिनदहाड़े लूट रहा है. उन्होंने बताया कि यूपी एसटीएफ ने जब जांच की तो पता चला कि महराजगंज जिले के नौतनवा के रहने वाला संजय कुमार जो पहले इन्हीं कंपनियों में कैरियर के रूप में काम कर चुका है वो डकैती व लूट करने वाले गिरोह के सरगना से मुखबिरी करता है. जिसके बाद घात लगाए लुटेरे गाड़ी में रखे पैसों को लूट लेते थे.
अमिताभ यश के मुताबिक, लखनऊ के बीबीडी इलाके में गोरखपुर निवासी गैंग लीडर राम प्रवेश राजभर अपने साथी रजनीश पासवान, जितेंद्र पासवान, प्रवीण चौहान, रजनीश मिश्र, चंद्रशेखर व मुखबिर संजय कुमार के साथ मिलकर संगीन वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन उनकी टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में गैंग लीडर राम प्रवेश ने बताया कि कैश वैन को लूटने वाले हमारा गैंग नेपाल की सीमा से सटे यूपी के जिलों से गुजरने वाली गाड़ियों को निशाना बनाते थे. उन्होंने अब तक आधा दर्जन लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है. पूछताछ में बताया कि 24 दिसम्बर 2021 को महराजगंज, 16 मई 2022 को गोरखपुर में व 14 जून 2022 को सिद्धार्थनगर में कैश वैन लूटी थी.
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अमिताभ यश के मुताबिक, गैंग के पास से एक लाइसेंसी रिवाल्वर, एक पिस्टल, दो गाड़ियां, 20 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि जो रिवाल्वर गैंग के पास से बरामद हुई है, ये उन्होंने 13 सितम्बर 2018 को बिहार के सीतामढ़ी में रहने वाले डॉक्टर जगदीश के घर से चुराई थी. इसी रिवाल्वर को दिखा कर ये गाड़ी से कैश लूटा करते थे.
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