आगरा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से यूपीआई से ही ताज और अन्य स्मारकों की टिकट बुक करने पर काम किया जा रहा है. एएसआई ने ऑनलाइन टिकट (Taj Mahal Entry Ticket) व्यवस्था पर मंथन करने के बाद वेबसाइट के साथ ही जल्द ही ऐप भी लांच करने की प्लानिंग की है. स्मारकों पर पूरी तरह से टिकट व्यवस्था डिजिटल होने के बाद ताजमहल सहित अन्य सभी स्मारकों पर ऑफलाइन टिकट पूर्ण रुप से बंद हो जाएंगीं.
बता दें कि, मोहब्बत की निशानी ताजमहल के दीदार के लिए हर दिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आगरा पहुंचते हैं. ताजमहल के साथ ही अन्य सभी स्मारकों पर अभी ऑनलाइन टिकट के साथ-साथ ही ऑफलाइन टिकट की भी व्यवस्था है. ऑफलाइन टिकट व्यवस्था के चलते अक्सर करके विंडो पर टिकट के लिए पर्यटकों की मारामारी रहती है. लगातार टिकट के ब्लैक होने की शिकायत भी मिलती है. जिससे एएसआई की खूब किरकिरी होती है. इसके साथ ही आगरा की छवि भी पर्यटकों के मन में खराब होती है. इसको लेकर ही ऑनलाइन टिकट व्यवस्था पर एएसआई ने मंथन किया है.
वेबसाइट और ऐप भी करेंगे लांच: एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि, ताजमहल सहित अन्य स्मारकों पर ऑनलाइन टिकट व्यवस्था लागू करने के लिए वेबसाइट के साथ ही ऐप भी लांच किया जाएगा. कहीं पर नेटवर्क की दिक्कत नहीं रहे. इसको लेकर वाईफाई की भी व्यवस्था और बेहतर की जाएगी. तमाम ऐसे पर्यटक होते हैं, जो फोन बैंकिंग कम उपयोग करना जानते हैं. उनके लिए टोल फ्री नंबर पर कॉल करके अपने एटीएम या क्रेडिट कार्ड के जरिए सुरक्षित तरीके से टिकट बुक कराने पर भी काम किया जा रहा है.
कोविड में लागू किया था ऑनलाइन टिकट सिस्टम: ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर ऑफलाइन टिकट की व्यवस्था के चलते टिकट विंडो स्थित हैं. लेकिन, कोविड-19 में एएसआई की ओर से ताजमहल सहित सभी स्मारकों पर पर्यटकों की एंट्री टिकट ऑनलाइन किया गया था. जब ताजमहल पर ऑनलाइन टिकट प्रक्रिया लागू की गई थी. तब पर्यटकों के स्लॉट के साथ-साथ क्षमता भी निर्धारित थी. लेकिन, अब ताजमहल पर पर्यटकों की संख्या प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा है. इसलिए ऑफलाइन टिकट के लिए विंडो पर हमेशा मारामारी होती है.
सर्वर और नेटवर्क बन सकता है मुसीबत: एएसआई की ओर से ताजमहल सहित सभी स्मारकों पर डिजिटल टिकटिंग व्यवस्था लागू करने के लिए लगातार टेक्निकल टीम और स्टाफ के साथ बैठक की जा रही है. कैसे ऑनलाइन टिकटिंग व्यवस्था को सरल और सुगम बनाया जा सके. क्योंकि, अभी भी तमाम ऐसे पर्यटक आते हैं. जो डिजिटल ट्रांजेक्शन नहीं करते हैं.
कई बार ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर नेटवर्क दिक्कत करता है. जिससे नेट बैंकिंग भी सही तरह से काम करती है. और कई बार ऑनलाइन टिकटिंग व्यवस्था का सर्वर भी स्लो हो जाता है. ऐसे में ऑनलाइन टिकट व्यवस्था पर्यटकों को खूब परेशान करती है. इस वजह से ही पर्यटक ऑफलाइन टिकट खरीदते हैं. मगर, जब ऑनलाइन टिकट व्यवस्था लागू होगी तो पर्यटकों की परेशानी बढ़ना लाजिमी है.
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