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जिम वर्कआउट के दौरान बगैर एक्सपर्ट से सलाह लिए न लें कोई सप्लीमेंट, इन बातों का रखें ध्यान - लोहिया अस्पताल की ओपीडी

लोहिया अस्पताल (Lohia Hospital) के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ (senior cardiologist) डॉ. भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि वर्तमान में पहले जैसी हमारी जीवनशैली नहीं रह गई है. दिल का दौरा पड़ने वाले लक्षण व्यक्ति विशेष के अलग-अलग होते हैं.

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Published : Sep 2, 2022, 5:46 PM IST

Updated : Sep 3, 2022, 7:02 PM IST

लखनऊ : जिम करने के दौरान लोग बहुत तरह के सप्लीमेंट का सेवन करते हैं. शारीरिक रूप से फिट होने के बावजूद जिम में वर्कआउट के दौरान हार्टअटैक की समस्या देखी गई है. लोहिया अस्पताल की ओपीडी में रोजाना एक से दो केस युवाओं में हार्टअटैक के आते हैं, वहीं एक महीने में 20 से 25 मामले आते हैं.

लोहिया अस्पताल (Lohia Hospital) के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ (senior cardiologist) डॉ. भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि वर्तमान में पहले जैसी हमारी जीवनशैली नहीं रह गई है. दिल का दौरा पड़ने वाले लक्षण व्यक्ति विशेष के अलग-अलग होते हैं. छाती में दर्द या दबाव दिल का दौरा पड़ने का सबसे सामान्य लक्षण है. शुरुआती पहचान और शीघ्र उपचार के लिए दिल के दौरे के लक्षणों को जानना ज़रूरी है. ध्यान रखें आपके रोजमर्रा की जिंदगी में आप अपने सेहत का भी उतना ही ख्याल रखें जितना आप अपनों का रखते हैं. उन्होंने कहा कि जिम वर्कआउट के दौरान बगैर एक्सपर्ट से सलाह लिए कोई भी सप्लीमेंट न लें.

बातचीत करतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला

डॉ. भुवन चंद्र तिवारी बताते हैं कि युवा वर्ग के लोग एप्स और बॉडी बनाने में इतने डूब गए हैं कि वह सप्लीमेंट का भी इस्तेमाल करते हैं. सप्लीमेंट का इस्तेमाल आपकी बॉडी ऑर्गन पर बुरा प्रभाव छोड़ते हैं. अगर आप जिम कर रहे हैं, एक्सरसाइज कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने एक्सपोर्ट या ट्रेनर से बातचीत करें और उनसे समझें कि आपके लिए कौन सा एक्सरसाइज पर्फेक्ट है. कई बार लोग भारी डंबल उठा लेते हैं जो कि काफी ज्यादा खतरनाक होता है. ऐसे में किसे सप्लीमेंट का इस्तेमाल न करें. नॉर्मल योगा एक्सरसाइज करें. दिनचर्या में सुधार लाएं.

पहले महिलाओं की संख्या बेहद कम थी, लेकिन इस समय हार्टअटैक के मामले काफी देखने को मिल रहे हैं. महिलाओं के सीने, स्तन में दर्द होना, शरीर के ऊपरी भाग में यानि गर्दन, पीठ, दांत, भुजाएं और कंधे की हड्डी में तेज़ दर्द होना, चक्कर आना, बेचैनी महसूस करना, सिर घूमना, उल्टी, पेट खराब होना आदि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखने को मिल रहा है. दिल में रक्त पहुंचाने वाली दायीं धमनी अवरुद्ध हो जाने की वजह से अक्सर ऐसा होता है. एक अध्ययन में पता चला है कि 42 प्रतिशत महिलाएं जिन्हें हार्टअटैक आया उन्हें सांस लेने में परेशानी, खांसी का दौरा और भारी सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ता है. 55 साल की उम्र की महिलाओं में हॉर्मोन्स के बदलाव की वजह से अचानक पसीना आना बहुत सामान्य होता है.


- पुरुषों के लिए 45 वर्ष से ज्यादा और महिलाओं के लिए 55 वर्ष से अधिक उम्र होने पर दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है.

- व्यस्त जीवन शैली के कारण अनियमित आहार, जंक फूड खाना या अधिक मसालेदार भोजन दिल के दौरे का कारण बनता है.

- दिल के दौरे का उच्च जोखिम विरासत में भी मिल सकता है.

- उच्च रक्तचाप की वजह से हृदय पर अनावश्यक तनाव रहता है.

- अधिक मात्रा में वजन बढ़ जाने से दिल पर जोर पड़ता है.

- धूम्रपान और मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों को दिल के दौरे का खतरा होता है.

यह भी पढ़ें : मायावती ने बनवाए थे जो स्मारक, योगी की अफसर को उनमें मिली हर ओर टूट-फूट और बदहाली

- इनके अलावा ऑक्सीजन की कमी, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, शरीर की निष्क्रियता और डायबिटीज दिल के दौरे के जोखिम का कारक है.

यह भी पढ़ें : डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के कार्यक्रम में दो भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़े

लखनऊ : जिम करने के दौरान लोग बहुत तरह के सप्लीमेंट का सेवन करते हैं. शारीरिक रूप से फिट होने के बावजूद जिम में वर्कआउट के दौरान हार्टअटैक की समस्या देखी गई है. लोहिया अस्पताल की ओपीडी में रोजाना एक से दो केस युवाओं में हार्टअटैक के आते हैं, वहीं एक महीने में 20 से 25 मामले आते हैं.

लोहिया अस्पताल (Lohia Hospital) के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ (senior cardiologist) डॉ. भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि वर्तमान में पहले जैसी हमारी जीवनशैली नहीं रह गई है. दिल का दौरा पड़ने वाले लक्षण व्यक्ति विशेष के अलग-अलग होते हैं. छाती में दर्द या दबाव दिल का दौरा पड़ने का सबसे सामान्य लक्षण है. शुरुआती पहचान और शीघ्र उपचार के लिए दिल के दौरे के लक्षणों को जानना ज़रूरी है. ध्यान रखें आपके रोजमर्रा की जिंदगी में आप अपने सेहत का भी उतना ही ख्याल रखें जितना आप अपनों का रखते हैं. उन्होंने कहा कि जिम वर्कआउट के दौरान बगैर एक्सपर्ट से सलाह लिए कोई भी सप्लीमेंट न लें.

बातचीत करतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला

डॉ. भुवन चंद्र तिवारी बताते हैं कि युवा वर्ग के लोग एप्स और बॉडी बनाने में इतने डूब गए हैं कि वह सप्लीमेंट का भी इस्तेमाल करते हैं. सप्लीमेंट का इस्तेमाल आपकी बॉडी ऑर्गन पर बुरा प्रभाव छोड़ते हैं. अगर आप जिम कर रहे हैं, एक्सरसाइज कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने एक्सपोर्ट या ट्रेनर से बातचीत करें और उनसे समझें कि आपके लिए कौन सा एक्सरसाइज पर्फेक्ट है. कई बार लोग भारी डंबल उठा लेते हैं जो कि काफी ज्यादा खतरनाक होता है. ऐसे में किसे सप्लीमेंट का इस्तेमाल न करें. नॉर्मल योगा एक्सरसाइज करें. दिनचर्या में सुधार लाएं.

पहले महिलाओं की संख्या बेहद कम थी, लेकिन इस समय हार्टअटैक के मामले काफी देखने को मिल रहे हैं. महिलाओं के सीने, स्तन में दर्द होना, शरीर के ऊपरी भाग में यानि गर्दन, पीठ, दांत, भुजाएं और कंधे की हड्डी में तेज़ दर्द होना, चक्कर आना, बेचैनी महसूस करना, सिर घूमना, उल्टी, पेट खराब होना आदि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखने को मिल रहा है. दिल में रक्त पहुंचाने वाली दायीं धमनी अवरुद्ध हो जाने की वजह से अक्सर ऐसा होता है. एक अध्ययन में पता चला है कि 42 प्रतिशत महिलाएं जिन्हें हार्टअटैक आया उन्हें सांस लेने में परेशानी, खांसी का दौरा और भारी सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ता है. 55 साल की उम्र की महिलाओं में हॉर्मोन्स के बदलाव की वजह से अचानक पसीना आना बहुत सामान्य होता है.


- पुरुषों के लिए 45 वर्ष से ज्यादा और महिलाओं के लिए 55 वर्ष से अधिक उम्र होने पर दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है.

- व्यस्त जीवन शैली के कारण अनियमित आहार, जंक फूड खाना या अधिक मसालेदार भोजन दिल के दौरे का कारण बनता है.

- दिल के दौरे का उच्च जोखिम विरासत में भी मिल सकता है.

- उच्च रक्तचाप की वजह से हृदय पर अनावश्यक तनाव रहता है.

- अधिक मात्रा में वजन बढ़ जाने से दिल पर जोर पड़ता है.

- धूम्रपान और मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों को दिल के दौरे का खतरा होता है.

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- इनके अलावा ऑक्सीजन की कमी, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, शरीर की निष्क्रियता और डायबिटीज दिल के दौरे के जोखिम का कारक है.

यह भी पढ़ें : डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के कार्यक्रम में दो भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़े

Last Updated : Sep 3, 2022, 7:02 PM IST
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