लखनऊ: फर्जी शिक्षक भर्ती मामले में एसटीएफ ने नया खुलासा किया है. एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि फर्जी तरह से नौकरी करने वालों ने फर्जी दस्तावेजों के साथ ही रियल कैंडिडेट के पैन कार्ड का प्रयोग किया और वेतन को अपने खाते में क्रेडिट करवाया. ऐसे में रियल कैंडिडेट को इनकम टैक्स की ओर से नोटिस भी जारी की गई, जिसके बाद पता चला कि फर्जी तरह से पैन कार्ड का प्रयोग किया गया है. इसके बाद विभाग से ऐसे लोगों के बारे में डिटेल मांगी गई है, जिन्होंने बीते दिनों अपने पैन कार्ड को चेंज किया है. पैन कार्ड की डिटेल के आधार पर एसटीएफ उन शिक्षकों तक पहुंच सकेगी, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर विद्यालयों में नौकरी पाई है.
आईजी एसटीएफ ने बताया कि जिन लोगों ने पैन कार्ड चेंज कराया होगा. उनसे इस बात का खुलासा होगा कि वे किस विभाग में नौकरी कर रहे हैं. हालांकि, इस बात की भी संभावना है कि कुछ लोगों ने लिपकीय गलती या अन्य कारणों से पैन कार्ड चेंज कराया होगा, लेकिन वह संख्या भी काफी कम होगी. वहीं पैन कार्ड की मदद से कई अन्य फर्जी शिक्षकों का पता चलेगा.
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नौकरी करने करने वाली शिक्षिकाओं को एसटीएफ ने बीते दिनों गिरफ्तार किया था. पूछताछ में खुलासा हुआ था कि बड़े पैमाने पर प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक नौकरी कर रहे हैं, वहीं अब आगे की कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने विभाग से उन शिक्षकों के बारे में डिटेल मांगी है, जिन्होंने अपना पैन कार्ड चेंज कराया है.
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